छत्तीसगढ़ लौटे अब तक 5.34 लाख प्रवासी श्रमिक और अन्य लोग : मनरेगा के तहत प्रदेश के 29.35 लाख मजदूरों को मिल रहा है काम

indiareporterlive
शेयर करे

1521 कारखानों को पुनः प्रारंभ कर 1.10 लाख श्रमिकों को रोजगार

रायपुर, 27 जून 2020। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर श्रमिक स्पेशल ट्रेनों, बसों एवं अन्य माध्यमों से अब तक 5 लाख 34 हजार प्रवासी श्रमिक और अन्य लोग सकुशल छत्तीसगढ़ लौट चुके हैं। इनमें 103 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के माध्यमों से छत्तीसगढ़ पहुंचे एक लाख 50 हजार से अधिक श्रमिक भी शामिल हैं। गृहराज्य लौटने पर प्रवासी श्रमिकों ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया है। गृह राज्य लौटने पर इन श्रमिकों को स्वास्थ्य विभाग की गाईड लाईन अवधि तक क्वारेंटाईन के बाद मनरेगा के तहत रोजगार भी दिया जा रहा है। 25 जून की स्थिति में प्रदेश के 29 लाख 35 हजार मजदूरों को मनरेगा से काम मिल रहा है। इसके अतिरिक्त श्रम विभाग द्वारा प्रदेश के छोटे-बड़े 1521 कारखानों को पुनः प्रारंभ कर एक लाख 10 हजार से अधिक श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है।    
    उल्लेखनीय है कि नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण की रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन से उत्पन्न परिस्थितियों के कारण देश के अन्य राज्यों में छत्तीसगढ़ के लाखों मजदूर एवं अन्य लोग फंसे हुए थे। राज्य सरकार द्वारा इन श्रमिकों को सुरक्षित छत्तीसगढ़ लाने के लिए बनायी गई कारगर रणनीति, श्रमिक स्पेशल ट्रेनों और बसों की व्यवस्था और अधिकारियों की मुस्तैदी से इन श्रमिकों को सकुशल छत्तीसगढ़ वापस लाया जा रहा है।
         श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा अन्य प्रदेशों से श्रमिकों की सुरक्षित वापसी के लिए भवन एवं अन्य सन्ननिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल द्वारा अब तक 4 करोड़ 65 लाख रेल मण्डलों को और बसों पर खर्च किए गए हैं।
         उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में अन्य राज्यों से वापस लौटे इन प्रवासी श्रमिकों को राज्य शासन द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत रोजगार दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ऐसे प्रवासी श्रमिक जिनका मनरेगा के तहत जॉब कार्ड नहीं बना है, उनका भी जॉब कार्ड बनाकर रोजगार देने का प्रावधान किया गया है। उन्हें निःशुल्क राशन भी दिया जा रहा है। मनरेगा के तहत करीब 29 लाख से अधिक मजदूरों को रोजगार मिल रहा उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य के भीतर अन्य जिलों सेे 15 हजार 767 श्रमिकों को सकुशल उनके गृह जिला भिजवाया गया है, वहीं छत्तीसगढ़ में रूके अन्य राज्यों के 28 हजार 450 श्रमिक सुरक्षित वापस अपने गृह राज्य जा चुके हैं। छत्तीसगढ़ से श्रमिक स्पेशल ट्रेन के माध्यम से 882 श्रमिकों को उत्तरप्रदेश भेजा गया। राज्य कर्मचारी बीमा सेवाएं (ईएसआई) के द्वारा संचालित 42 क्लीनिकों के माध्यम से लगभग 99 हजार श्रमिकों को निःशुल्क इलाज एवं दवाएं उपलब्ध कराया गया।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आज यहां उनके निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ राज्य की विद्युत कंपनियों और क्रेडा के कार्यो की समीक्षा की गई..

Leave a Reply

Next Post

लोक निर्माण मंत्री ने एकीकृत नवीन कार्यालय भवन का किया लोकार्पण : एक ही भवन में चार कार्यालय संचालित होने से जनसुविधा के साथ ही कार्यों में आएगी गति

शेयर करे इंडिया रिपोर्टर लाइव रायपुर, 29 जून 2020। लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू ने आज सिविल लाईन स्थित सिरपुर भवन परिसर में एकीकृत नवीन कार्यालय भवन का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि एक ही भवन में चार कार्यालय संचालित होने से जनसुविधा के साथ ही विभागीय कार्यों में गति […]

You May Like

बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस ने मारी पलटी! RJD के आगे झुकी, सीटों की बड़ी डील तय....|....अनवर शेख बने राधेश्याम...इस्लाम छोड़कर अपनाया सनातन धर्म, बोले- हिन्दू धर्म की विशेषताओं ने खींचा ध्यान....|....अपनी मर्जी से शादी करने वालों को लगा जबरजस्त झटका, हाइकोर्ट ने सुना दिया बड़ा फैसला....|....लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी जाएंगे अमेरिका, ब्राउन यूनिवर्सिटी में देंगे भाषण....|....2022 के बाद पहली बार आईपीएल में सुपर ओवर से निकला नतीजा, राजस्थान को हराकर शीर्ष पर पहुंची दिल्ली....|....एक्टर-राजनेता विजय के खिलाफ फतवा जारी, आरोप- इफ्तार पार्टी में शराबी-जुआरियों को बुलाया....|....अभिषेक नायर और दिलीप कोचिंग टीम से हटाए गए, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में हार के बाद बीसीसीआई का बड़ा फैसला....|....मुर्शिदाबाद हिंसा की जांच करेगी एसआईटी; नौ सदस्यीय टीम गठित....|....राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में रोड़ा बन रहे ये राज्य; पीएम मोदी ने खुद संभाला मोर्चा…की मैराथन बैठक....|....दुनिया के हालात बदलेंगे यूपी के डिफेंस सेक्टर की तस्वीर, 25 हजार करोड़ के रक्षा उत्पादों का होगा निर्यात