इंडिया रिपोर्टर लाइव
अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राम मंदिर की आधारशिला रखी और एक नए युग की शुरुवात हुई। इसके साथ हि देश के राजनीति में भी नया अध्याय शुरु होने के संकेत मिले जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शिलान्यास समारोह में सियावर राम चंद्र कि जय…. जय सियाराम…. का जयघोष किया। राममंदिर के चुनावी मुद्दा बनने के साथ ही भाजपा कि ओर से जय श्री राम का नारा बुलंद हुआ था। इसे उग्र हिंदुत्व का प्रतीक माना जाता है। नया उद्घोष समावेशी राजनीति का संकेत दे रहा हैं। सिया के राम तो सबके हैं और सबमें हैं। एक दिन पहले कांग्रेस ने भी तो यही कहा था।
प्रधानमंत्री ने राममंदिर की आधारशिला रख दी है। पूजा सम्पन्न हो गई है। राम मंदिर निर्माण के लिए पहले शिलाओं का पूजन किया गया। 12 बज कर 44 मिनट पर चांदी की कन्नी से नींव डाली गई। इसके बाद पीएम मोदी ने संबोधित किया। देश आज स्वर्णिम इतिहास रच रहा है। आज पूरा भारत राममय है। पूरा देश रोमांचित है, हर मन दीपमय है। आज पूरा भारत भावुक है। सदियों को इंतजार आज समाप्त हो रहा है। इससे पहले सीएम योगी ने संबोधन करते हुए पीएम मोदी का धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह भावनात्मक पल है। योगी के बाद संघ प्रमुख मोहन भागवत संबोधित किया। भगवान राम सबके हैं और सब भगवान राम के हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या पहुंचकर पहले हनुमानगढ़ी मंदिर में पूजा की, उसके बाद रामलला के दर्शन किए।
राम मंदिर निर्माण के लिए पहले शिलाओं का किया गया पूजन
राम मंदिर निर्माण के लिए पहले शिलाओं का पूजन किया गया। 12 बज कर 44 मिनट पर चांदी की कन्नी से नींव डाली गई। पूजा स्थल पर मुख्यमंत्री योगी, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, संघ प्रमुख मोहन भागवत और नृत्य गोपाल दास मौजूद रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर काम समय से पूरा किया। जबकि पंडित जी पूजा बढ़ा रहे थे, क्योंकि अगला मुहूर्त 12 बजकर 44 मिनट 8 सेकंड पर था।
राम आधुनिकता के पक्षधर हैं: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भगवान श्रीराम का चरित्र और आदर्श ही महात्मा गांधी के रामराज्य का मार्ग है। राम आधुनिकता के पक्षधर हैं। राम की प्रेरणा के साथ भारत आज आगे बढ़ रहा है, मानवता ने जब-जब राम को माना है, विकास हुआ है। भटकने पर विनाश हुआ है। हमें संकल्पशक्ति से आत्मनिर्भर भारत का निर्माण करना है
राम विभिन्न रूपों में मिलेंगे: प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री ने कहा कि राम विभिन्न रूपों में मिलेंगे। वह भारत की अनेकता में एकता के सूत्र हैं। तमिल, मलयालम, बांग्ला, कश्मीर, पंजाबी में राम हैं। उन्होंने आगे कहा कि विश्व के कई लोग खुद को राम से जुड़ा हुआ मानते हैं। कंबोडिया, थाईलैंड, मलेशिया, ईरान में भी राम कथाओं का विवरण मिलेगा। नेपाल और श्रीलंका में तो राम का आत्मीय संबंध जुड़ा है। राम दुनिया के हर रूप में रचे-बसे हैं।
श्री राम के भव्य-दिव्य मंदिर के लिए आज भूमि पूजन हुआ: प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इसी आलोक में अयोध्या में राम जन्मभूमि पर श्री राम के भव्य-दिव्य मंदिर के लिए आज भूमि पूजन हुआ है। साथियों इस मंदिर के साथ के साथ इतिहास नहीं रचा जा रहा। बल्कि इतिहास दोहराया भी जा रहा है। हम जानते हैं जैसे पत्थरों पर लिखकर रामसेतू बनाया गया वैसे ही हर घर से इसके जल और मिट्टी इसके निर्माण की ताकत बनेगी। भारत की आस्था और सामूहिकता पूरी दुनिया के लिए अध्ययन का विषय है।
पांच शताब्दियों बाद पूरा हुआ राम मंदिर का सपना: योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबोधित करते हुए कहा कि पांच शताब्दियों बाद राम मंदिर का सपना पूरा हुआ है। जिस अवधपुरी का यह अहसास करने के लिए पांच शताब्दियां लग गईं। 135 करोड़ भारतवासियों को और पूरे विश्व के लोगों व नागरिकों की भावनाओं का मूर्तरूप देने का अवसर जिस महानुभाव के कारण प्राप्त हुआ वह है भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, हमारे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संचालक मोहन भागवत और पूज्य महंत नृत्य गोपाल दास महाराज। देश के समस्त संत और इस कार्यक्रम के उपस्थित अतिथिगण को प्रणाम और उनका स्वागत करता हूं।
भगवान राम सबके हैं और सब भगवान राम के: भागवत
राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने सभी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि आनंद का क्षण हैं। एक संकल्प लिया था और मुझे ध्यान है तब के संघ संचालक ने यह बात कही थी कि बहुत लग के हमें 20 से 30 साल काम करना होगा तब ये पूरा हुआ। इसके लिए अनेक लोगों ने बलिदान दिया है। बहुत से ऐसे लोग हैं जो यहां उपस्थित नहीं हो सके। लेकिन इसके बाद भी आनंद की लहर है। सबसे बडा आनंद है भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जो प्रयास हो रहे हैं उसकी आज शुरूआत हो रही है।
नृत्य गोपाल दास जी महाराज- एक ही प्रश्न आता था सामने, कब बनेगा मंदिर
श्रीराम जय राम जय जय राम के साथ नृत्य गोपाल दास जी महाराज ने अपने संबोधन की शुरूआत की है। उन्होंने वहां उपस्थित सभी लोगों का अभिवादन किया। बोले हमारे सामने यही प्रश्न आता था कि कब बनेगा, राम मंदिर कब बनेगा। हमने कहा एक ओर मोदी और एक ओर योगी अब नहीं बनेगा तो कब बनेगा। मेरी इच्छा है कि शीध्र दिव्य मंदिर का निर्माण हो। तन मन धन अर्पण करने के लिए हम सभी तैयार हैं।
साथियों राम हमारे मन में घुल मिल गए: प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री ने कहा कि साथियों राम हमारे मन में घुल मिल गए हैं। कोई काम करना हो तो प्रेरणा के लिए भगवान राम की ओर ही देखते हैं। आप भगवान राम की अद्भुत शक्ति देखिए, अस्तित्व मिटाने का बहुत प्रयास हुआ लेकिन राम आज भी हमारे मन में बसे हुए हैं। श्रीराम भारत की मर्यादा है और श्रीराम मर्यादा पुरषोत्तम हैं।
15 अगस्त लाखों बलिदानों का प्रतीक: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि साथियों हमारे स्वतंत्रता आंदोलन के समय हमारी पीढ़ियों ने सबकुछ समर्पित कर दिया। देश का ऐसा कोई भाग नहीं जहां आजादी के लिए बलिदान न दिया गया है। 15 अगस्त लाखों बलिदानों का प्रतीक है। ठीक उसी प्रकार राम मंदिर के लिए कई शदियों तक कई पीढ़ियों ने प्रयास किया है। आज का ये दिन उसी तप त्याग और संकल्प का प्रतीक है। यह मंदिर हमारी राष्ट्रीय भावनाओं का प्रतीक बनेगा। यह लोगों को संकल्प की प्रेरणा देता रहेगा। इस मंदिर से इस क्षेत्र का पूरा अर्थतंत्र ही बदल जाएगा। यहां हर क्षेत्र में अवसर बढेंगे। सोचिए, पूरी दुनिया से लोग यहां आएंगे। इससे कितना कुछ बदल जाएगा यहां। राममंदिर निर्माण की प्रकिया राष्ट्र को जोड़ने का उपक्रम है।
आज पूरा भारत राममय: मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश आज स्वर्णिम इतिहास रच रहा है। आज पूरा भारत राममय है। पूरा देश रोमांचित है, हर मन दीपमय है। आज पूरा भारत भावुक है। सदियों का इंतजार आज समाप्त हो रहा है। करोड़ों लोगों को आज विश्वास नहीं हो रहा होगा कि वो अपने जीते जी ये सब देख रहे हैं। वर्षों तक टाट में रहे हमारे रामलला के लिए अब एक भव्य राम मंदिर का निर्माण होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित करते हुए कहा कि सभी पहले मेरे साथ प्रभु राम जी को और मां जानकी को याद कर लें। उन्होंने सियावर रामचंद्र के नारे के साथ अपने संबोधन की शुरूआत की। उन्होंने कहा यह जयघोष सिर्फ यहां नहीं, बल्कि पूरे विश्व में फैले करोड़ों भारतीय सुनाई दे रहा है। राम भक्तों को कोटी कोटी बधाई। मंच पर विराजमान उत्तर प्रदेश के ऊर्जावान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, आनंदी बेन पटेल जी, मोहन भागवत जी और कोने-कोने से आए तपस्वीजनों को मेरा नमन। यह मेरा सौभाग्य कि ट्रस्ट ने मुझे इस पल का साक्षी बनाया और इसके लिए मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डाक टिकट जारी किया
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक डाक टिकट जारी किया गया है। इसकी कीमत पांच रुपये है और पांच लाख डाक टिकट छपेंगे। पीएम मोदी ने इसे जारी किया। इस पर राममंदिर की तस्वीर है।
पीएम मोदी ने तमिल रामायण का जिक्र भी किया
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने तमिल रामायण का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि अब हमें आगे बढ़ना है। देर नहीं करनी है। यही संदेश श्रीराम का आज के लिए है। सियापति रामचंद्र की जय-जयकार के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना संबोधन खत्म किया। पीएम ने कहा कि मुझे विश्वास है भगवान राम का ये मंदिर युगों-युगों तक मानवता को प्रेरणा देता रहेगा, मार्गदर्शन करता रहेगा।
अलीगढ़ में रामभक्तों में उत्साह
अलीगढ़ में भी राम मंदिर के लिए भूमि पूजन को लेकर सुबह से ही उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने शहर में करीब 10 जगह हवन यज्ञ और अन्य प्रकार के कार्यक्रम किए।
राममय हुआ प्रयागराज, शाम को घर-घर जलेंगे दीप
492 वर्ष के इंतजार के बाद अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद और भाजपाइयों में मंगलवार को खासा उत्साह रहा है। विश्व हिंदू परिषद के केसर भवन कार्यालय में सुबह से ही भूमि पूजन को लेकर सुंदरकांड का पाठ होता रहा। इस दौरान शहर के तमाम मंदिरों को सजाने के लिए भी विश्व हिंदू परिषद और भाजपाई कार्यकर्ता लगे रहे। उधर शाम को घर-घर दीपक जलाने के लिए भी कार्यकर्ताओं की टोली लोगों से संपर्क कर रही है।
9 शिलाओं के पूजन में बीच में जो कूर्म शिला है, उसी पर विराजमान होंगे राम लला
अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमिपूज में लगाई गईं 9 शिलाओं के पूजन में बीच में जो शिला है वह कूर्म शिला है। इस शिला के ठीक ऊपर राम लला विराजमान होंगे।