उत्तरकाशी: उत्तराखंड के चार धामों में से एक यमुनोत्री धाम के कपाट भी आज दोपहर शीतकाल के लिए बंद हो गए. भैयादूज के दिन मुहुर्तानुसार केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होते हैं. इससे पहले सुबह केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद हुए थे. गंगोत्री के कपाट सोमवार को अन्नकूट पर्व के दिन बंद हुए थे. तीन धामों के कपाट शीतकाल के लिए बंद होने के बाद अब बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने शेष हैं जो 17 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद होने.
वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच आज दोपहर 12 बजकर 25 मिनट पर यमुनोत्री धाम के कपाट बंद हुए.
कपाट बंद होने के बाद मां यमुना की डोली यमुना के मायके खरसाली गांव के लिए रवाना हुई. अब शीतकाल के दौरान श्रद्धालु मां यमुना के दर्शन खरसाली में कर सकेंगे.
बता दें कि यमुना नदी यमराज की बहन मानी जाती हैं. सुबह खरसाली से यमुना के भाई शनि महाराज यमुना को लाने के लिए यमुनोत्री आते हैं और फिर यमुना की उत्सव डोली यात्रा के साथ खरसाली लाई जाती है.
इस मौके पर देश के कोने-कोने से श्रद्धालु पहुंचे और भजनों से भावविभोर भक्तिरस में डूबते-उतराते दिखे.