इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली । स्मार्टफोन यूजर्स के लिए एक बड़ा खतरा सामने आया है। साइबर सिक्यॉरिटी फर्म Which? ने कहा है कि 100 करोड़ से ज्यादा ऐंड्रॉयड स्मार्टफोन और टैबलेट यूजर्स के पर्सनल डेटा पर बड़े साइबर अटैक का खतरा मंडरा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक जांच में पता चला है कि गूगल अब हर पांच ऐंड्रॉयड स्मार्टफोन्स में से दो को जरूरी सिक्यॉरिटी अपडेट नहीं दे रहा है। ऐसा न होने से यूजर्स के डेटा की चोरी और दूसरे मैलवेयर अटैक का खतरा काफी बढ़ गया है।
स्मार्टफोन्स को लैब में किया गया चेक
रिसर्चर्स ने कहा कि गूगल ऐंड्रॉयड डिवाइसेज को हैकर्स से बचाने के लिए समय-समय पर सिक्यॉरिटी अपडेट्स देता रहता है, लेकिन पुराने ऐंड्रॉयड स्मार्टफोन्स पर तक यह जरूरी अपडेट नहीं पहुंच रहे। यह यूजर्स के लिए खतरे की घंटी है। Which? ने कुछ ऐंड्रॉयड स्मार्टफोन्स और टैबलेट्स को लैब में चेक किया और पाया कि इन्हें आसानी से हैक किया जा सकता है।
पॉप्युलर कंपनियों के डिवाइस भी नहीं सेफ
इनमें जिन कंपनियों के पुराने डिवाइस मौजूद थे उनमें गूगल, एलजी, मोटोरोला, सैमसंग और सोनी शामिल थे। चौंकाने वाली बात यह है कि ये पुराने डिवाइस अभी भी खरीदे जाने के लिए ऑनलाइन उपलब्ध हैं। रिसर्चर्स ने कहा कि साइबर अटैक का खतरा उन यूजर्स को सबसे ज्यादा है, जो साल 2012 या उससे पहले लॉन्च हुए ऐंड्रॉयड डिवाइस को अभी भी इस्तेमाल कर रहे हैं।
अपडेट्स न मिलने से घटी फोन की लाइफ
Which? के कंप्यूटिंग एडिटर केट बीवैन ने कहा, ‘यह काफी चिंता की बात है कि महंगे ऐंड्रॉयड स्मार्टफोन्स की शेल्फ लाइफ इतनी कम होती जा रही है क्योंकि उन्हें सिक्यॉरिटी अपडेट्स नहीं मिल रहे। लाखों यूजर्स को इससे बड़ा खतरा है क्योंकि वे कभी भी हैकिंग का शिकार हो सकते हैं। गूगल और दूसरे फोन मैन्युफैक्चरर्स को सिक्यॉरिटी को लेकर जरूरी कदम उठाने होंगे।’
गूगल और मोटोरोला ने क्या कहा
ऐंड्रॉयड यूजर्स की सिक्यॉरिटी पर उठ रहे सवाल से जवाब में गूगल ने द सन को से कहा, ‘हम हर दिन ऐंड्रॉयड डिवाइसेज की सिक्यॉरिटी को बेहतर बनाने के लिए काम कर रहे हैं। हम हर महीने जरूरी सिक्यॉरिटी अपडेट और दूसरे प्रटेक्शन डिवाइस तक पहुंचा रहे हैं। इसके साथ ही हम हार्डवेयर और कैरियर पार्टनर्स के साथ भी ऐंड्रॉयड यूजर्स के डिवाइस एक्सपीरियंस को फास्ट और सेफ बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।’ वहीं, इस बारे में मोटोरोला ने कहा कि वह गूगल के सुझाए सिक्यॉरिटी अपडेट्स को अपने डिवाइसेज तक बिना देरी पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है क्योंकि यह यूजर्स के डेटा की सिक्यॉरिटी का सवाल है।