
नामी शायर मुनव्वर राना ने किया था फ्रांस में शिक्षक का सिर कलम करने का समर्थन
बोले थे राणा- हमारे पिता, हमारी मां का कोई ऐसा गंदा कार्टून बनाए तो हम तो मार देंगे
फ्रांस में पैगंबर मोहम्मद का आपत्तिजनक कार्टून दिखाने पर हुई थी शिक्षक की हत्या
मुनव्वर राना पहले भी रहे हैं विवादों में, बेटी कांग्रेस टिकट पर बिहार में लड़ रही चुनाव
इंडिया रिपोर्टर लाइव
लखनऊ 02 नवम्बर 2020। उत्तर प्रदेश पुलिस ने उर्दू शायर मुनव्वर राना के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। उनपर धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप है। लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में आईपीसी की कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। राणा पर यह एफआईआर हजरतगंज के सब इंस्पेक्टर दीपक पांडे ने दर्ज करवाई है। राना ने पिछले दिनों फ्रांस में एक शिक्षक का सिर कलम करने को सही ठहराया था। राना का तर्क था कि पैगंबर मोहम्मद का ‘भद्दा’ कार्टून बनाने वाले के साथ यही होना चाहिए। उन्होंने कहा था कि ‘अगर कोई हमारी मां का या हमारे बाप का ऐसा कार्टून बना दे तो हम तो उसे मार देंगे।’
राना ने क्या कहा था?
अगर अभी कोई शख्स मेरे बाप का कार्टून कोई ऐसा बना दे गंदा, मेरी मां का कार्टून कोई ऐसा गंदा बना दे तो हम तो उसको मार देंगे। अगर कोई हमारे हिंदुस्तान में हमारे किसी देवी-देवता का, मां सीता का या भगवान राम का ऐसा कोई कार्टून बना दे कि गंदा हो तो हम उसको मार देंगे।
एमएफ हुसैन का दिया था उदाहरण
मुनव्वर राना ने एक चैनल से बातचीत में यह बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि ‘एमएफ हुसैन ने हिंदू देवी-देवताओं की विवादित पेंटिंग्स बनाईं तो उस बुजुर्ग शख्स, 90 साल के बूढ़े आदमी को देश छोड़कर भागना पड़ा।’ मुनव्वर कहते हैं कि ‘एमएफ हुसैन इस बात को जान चुके थे कि यदि उन्होंने ऐसा नहीं किया तो उन्हें मार दिया जाएगा। गैर मुल्क में उसकी मौत हुई।’
पैगंबर मोहम्मद का कार्टून बनाने पर हत्या को सही ठहराते हुए राना ने कहा था कि ‘जब हिंदुस्तान में हजारों साल से ऑनर किलिंग को जायज मान लिया जाता है कोई सजा नहीं होती है तो फ्रांस की घटना को नाजायज कैसे कहा जा सकता है।’
‘इस्लाम को बदनाम करने के लिए बनाते हैं ऐसे कार्टून’
राना का कहना था कि आपत्तिजनक कार्टून पैगंबर मोहम्मद और इस्लाम को बदनाम करने की नीयत से बनाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी हरकतों की वजह से भी लोग ऐसे कदम उठाने को मजबूर होते हैं जैसा फ्रांस में हुआ। राना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए भारत के फ्रांस का समर्थन करने को भी गलत बताया। राना का आरोप था कि मोदी ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि राफेल सौदा बीच में आ रहा है। मोदी ने फ्रांस में आतंकी घटनाओं की निंदा करते हुए पीड़ितों के प्रति शोक जताया था।
भारत ने बयान जारी कर दिया था मैक्रों का साथ
फ्रांस में माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक सैमुअल पैटी को 18 साल के अब्दुल्लाख अंजोरोव ने 16 अक्टूबर को पेरिस के पास एक स्कूल के अंदर मार दिया था। राष्ट्रपति इम्मैनुअल मैक्रों ने इस घटना को ‘इस्लामिक आतंकवाद से जुड़ा कृत्य’ कहा था। इस्लामिक कट्टरपंथ को लेकर मैक्रों के बयानों से दुनियाभर के मुस्लिम समाज में गुस्सा है जो प्रदर्शन की शक्ल में बाहर आ रहा है। मैक्रों के खिलाफ काफी आपत्तिजनक टिप्पणियां भी हुईं।
इसके बाद, 29 अक्टूबर को भारत सरकार ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि वह “अंतर्राष्ट्रीय विमर्श के सबसे बुनियादी मानकों का उल्लंघन करते हुए राष्ट्रपति इम्मैनुअल मैक्रों पर अस्वीकार्य भाषा में व्यक्तिगत हमलों की दृढ़ता से निंदा करते हैं।” बयान में आगे कहा गया, “किसी भी कारण से या किसी भी परिस्थिति में आतंकवाद को लेकर स्पष्टीकरण दिए जाने का कोई औचित्य नहीं है।”