
इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 17 मार्च 2021। महाराष्ट्र समेत देश के कई राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों ने एकबार फिर डरा दिया है। बढ़ते मामलों ने पाबंदियों की वापसी करा दी है। महाराष्ट्र के अलावा पंजाब, दिल्ली और केरल में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। खास तौर पर महाराष्ट्र में कोरोना ने फिर विकराल रूप धारण कर लिया है।
पिछले एक साल से देश में कोरोना वायरस का कहर जारी है। देश में कोरोना महामारी ने एक बार फिर इस साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इस साल बुधवार सुबह बीते 24 घंटे में पहली बार रिकॉर्ड करीब 29 हजार कोरोना संक्रमण के नए मामले दर्ज किए गए। केंद्रीय मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटों में कोरोना वायरस से संक्रमण के 28,903 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इसी के साथ देश में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,14,38,734 पहुंच गए हैं। बता दें कि इससे पहले, कोरोना संक्रमण के 28 हजार से अधिक मामले पिछले साल दर्ज किए गए थे। इस साल पहली बार आज कोरोना संक्रमण के रिकॉर्ड मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं पिछले 24 घंटे में इस जानलेवा संक्रमण से 188 लोगों की जान चली गई है, इसी के साथ मरने वालों की संख्या 1,59,044 पहुंच गई है।
गुजरात और मध्यप्रदेश में मामले बढ़ने के बाद रात्रि कर्फ्यू लगाने की घोषणा की गई है। गुजरात सरकार ने मंगलवार को अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा और राजकोट में रात्रि कर्फ्यू को दो घंटा बढ़ाने का फैसला किया है। अब यहां 31 मार्च तक रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक कर्फ्यू रहेगा। पहले इसका समय रात 12 से सुबह 6 बजे तक था।
बुधवार से इंदौर-भोपाल में नाइट कर्फ्यू
वहीं मध्यप्रदेश में भी कोरोना के मामले बढ़ने के कारण राज्य सरकार ने इंदौर व भोपाल में बुधवार 17 मार्च से नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है। इसके साथ ही सामूहिक होली मिलन के कार्यक्रमों की इजाजत नहीं देने का निर्णय किया है। राज्य के उन 10 जिलों में सख्ती की जा रही है, जहां कोरोना के ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। इस बीच जबलपुर के जिलाधिकारी कर्मवीर शर्मा कोविड-19 टीके की पहली खुराक लेने के बावजूद कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंगलवार को भोपाल में हुई बैठक में राज्य में कोरोना की ताजा स्थिति की समीक्षा की। इसमें निर्णय लिया गया कि महाराष्ट्र से आने वालों की थर्मल स्क्रीनिंग जारी रहेगी। उन्हें एक सप्ताह तक क्वारंटीन रहना होगा। राज्य में सभी के लिए मास्क लगाना अनिवार्य है। मास्क नहीं लगाने वालों पर जुर्माना लगाना चाहिए और उन्हें अस्थाई जेल में भेजना चाहिए। इसका सभी जिलों में कड़ाई से पालन कराने के भी निर्देश दिए गए। इसके अलावा प्रदेश सरकार ने जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, रतलाम, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, बैतूल, खरगौन में भी बाजारों को लेकर भी कुछ पाबंदियां लगाई गई हैं। यहां कोई भी बाजार रात 10 बजे बाद न खोलने का आदेश दिया गया है।
पुणे में नई पाबंदियां लगाई गई, अकोला में दो दिन का लॉकडाऊन
वहीं पुणे में नई पाबंदियों के तहत स्कूल और कॉलेज 31 मार्च तक बंद रहेंगे जबकि होटलों एवं रेस्तरांओं को रात 10 बजे तक ही खोलने की अनुमति होगी और घर तक खाना पहुंचाने की सेवा रात 11 बजे तक ही मिलेगी। साथ ही नाईट कर्फ्यू भी जारी रहेगा। नियम का उल्लंघन करने पर पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी।
पंजाब में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर स्कूल बंद, आठ जिलों में लगा रात का कर्फ्यू
पंजाब सरकार ने राज्य में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर शुक्रवार से चार और जिलों में रात का कर्फ्यू लगाने और सभी स्कूलों को बंद करने का फैसला किया है। इसके साथ ही ऐसे जिलों की संख्या आठ- लुधियाना, पटियाला, मोहाली, फतेहगढ़ साहिब, जालंधर, नवांशहर,कपूरथला और होशियारपुर- हो गई है जहां पर रात 11 बजे से सुबह पांच बजे तक कर्फ्यू लगाया गया है।
राज्य के शिक्षामंत्री विजय इंदर सिंगला ने बताया कि स्कूली शिक्षा विभाग ने सभी सरकारी एवं निजी स्कूलों में अध्ययन अवकाश की घोषणा कर दी है। मंत्री ने बताया, हालांकि, शिक्षक स्कूलों में उपस्थित रहेंगे और अगर किसी बच्चे को परीक्षा की तैयारी में मार्गदर्शन की जरूरत होगी तो वह स्कूल आ सकता है। उन्होंने बताया कि वार्षिक परीक्षा कोविड-19 के सख्त दिशानिर्देशों के तहत ऑफलाइन कराई जाएगी।
गौरतलब है कि पंजाब स्कूली शिक्षा बोर्ड (पीएसईबी) पहले ही परीक्षा की समय सारिणी जारी कर चुका है जिसके तहत आठवीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाएं 22 मार्च को शुरू होंगी जबकि 10वीं कक्षा की परीक्षा नौ अप्रैल से शुरू होंगी।
दिल्ली में भी बढ़ने लगे मामले
राजधानी दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। शुक्रवार को 431 नए मामले सामने आए जो पिछले 62 दिनों में सबसे अधिक हैं। इससे पहले नौ जनवरी को 519 मामले आए थे। दो मरीजों की मौत भी हुई है। दिल्ली में अब तक कुल छह लाख 42 हजार 870 मामले आ चुके हैं।
हालांकि कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामलों में अचानक हुई वृद्धि के बीच दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि शहर में संक्रमण की दर अब भी एक प्रतिशत से नीचे है जो महाराष्ट्र और केरल के आंकड़ों की तुलना में काफी कम है। साथ ही उन्होंने जोर दिया कि दिल्ली सरकार महामारी से निपटने को लेकर पूरी तरह सतर्क है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में नवंबर में संक्रमण की दर 15 प्रतिशत थी। शुरू में यह पांच फीसदी से भी नीचे आई और उसके बाद एक प्रतिशत से नीचे चली गई। पिछले दो महीने से संक्रमण की दर एक फीसदी से नीचे बरकरार है जोकि महाराष्ट्र और केरल के शहरों में दर्ज किए जा रहे मामलों से काफी कम है।
कोरोना के मामले बढ़ने से सरकार के सुपर मॉडल पर फिर उठे सवाल
कोरोना वायरस के मामले फिर से बढ़ने के साथ ही सरकार के सुपर मॉडल पर भी सवाल उठने लगे हैं। विशेषज्ञों ने पिछले वर्ष सुपर मॉडल को जारी करते हुए दावा किया था कि फरवरी, 2021 तक देश में सक्रिय मरीजों की संख्या 20 हजार रह जाएगी और दोबारा संक्रमण की लहर का सामना नहीं करना पड़ेगा।
इससे पहले भी सरकार के गणितीय आकलन पर सवाल खड़े हो चुके हैं। पिछले वर्ष नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने ग्राफ के जरिए दावा किया था कि जून तक कोरोना नियंत्रण में आ जाएगा, जबकि सितंबर तक स्थिति अलग ही रही। हालांकि, इसे लेकर बाद में डॉ. पॉल ने स्पष्टीकरण दिया था।
इसके बाद भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) सहित देश के शीर्ष संस्थान के विशेषज्ञों ने मिलकर सुपर मॉडल जारी किया था, जिसे लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 2021 के शुरुआती दिनों में ही कोरोना को नियंत्रण कर टीकाकरण को बढ़ाने का दावा किया था।
इसे लेकर आईआईटी के पूर्व प्रोफेसर रिजो एम जॉन ने कहा, सुपर मॉडल के जरिए विशेषज्ञों ने कोरोना संक्रमण की पहली लहर को लेकर अनुमान एकदम सटीक लगाया था, लेकिन इस अनुमान में उन्होंने संक्रमण की दूसरी या तीसरी लहर को स्थान नहीं दिया।
फरवरी तक संक्रमण के मामले कम होने की पुष्टि की थी, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर को लेकर बात करें तो यह सुपर मॉडल फेल साबित हुआ। वर्तमान में हालात यह हैं कि 0.17 फीसदी की रफ्तार से संक्रमण दर बढ़ रही है। पिछले सात दिन में प्रतिदिन औसतन 7.4 लाख सैंपल की जांच हो रही है, जबकि 2.62 फीसदी सैंपल कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं।
बीते 78 दिनों का रिकॉर्ड टूटा
बता दें कि देश में बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के नए मामलों ने बीते 78 दिनों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। शुक्रवार को देश में एक दिन में 23,285 नए मामले सामने आए जिसके साथ संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 1,13,08,846 हो गया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इससे पहले 24 दिसंबर को एक दिन में 24,712 नए मामले सामने आए थे। यह नहीं बीते 24 घंटे में 117 और लोगों की संक्रमण से मौत के बाद महामारी से मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 1,58,306 हो गया है।