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राजकोट 19 फरवरी 2024। इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स भारत के खिलाफ टेस्ट इतिहास की सबसे बड़ी हार से खुश नहीं हैं। राजकोट में तीसरे टेस्ट में भारत ने 434 रन की जीत हासिल करते हुए पांच मैचों की सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली है। स्टोक्स का मानना है कि उनकी टीम के खिलाफ कुछ गलत फैसले लिए गए। डीआरएस प्रणाली में ‘अंपायर्स कॉल’ एक ऐसा पहलू है जिस पर लंबे समय से बहस चल रही है। कई क्रिकेट हस्तियां चाहती हैं कि आईसीसी इसे हटा दे। स्टोक्स ने दूसरी पारी में जैक क्राउली के एलबीडब्ल्यू आउट होने का उदाहरण देते हुए भी यही सुझाव दिया है। उन्होंने कहा कि इससे हो रही गलती के दायरे को समझने के लिए तकनीक निर्माण करने वाले लोगों के साथ उन्होंने बातचीत भी की है।
तकनीक से जुड़े लोगों से हुई स्टोक्स की बात
स्टोक्स ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा, ‘जब रिप्ले हुआ तो हम जैक के डीआरएस के बारे में कुछ स्पष्टता चाहते थे। रीप्ले में गेंद स्पष्ट रूप से स्टंप को मिस कर रही थी। इसलिए जब इसे अंपायर का कॉल दिया गया और गेंद वास्तव में स्टंप से नहीं टकराई, तो हम थोड़ा हैरान थे। इसलिए हम हॉक-आई के लोगों से कुछ स्पष्टता चाहते थे। इस पर उन्होंने जवाब दिया कि गेंद स्टंप को लग रही थी लेकिन प्रोजेक्शन था जो गलत था। मुझे नहीं पता कि इसका क्या मतलब है, लेकिन कुछ गड़बड़ी जरूर हुई।
अंपायर कॉल खत्म करने के पक्ष में बेन स्टोक्स
स्टोक्स ने कहा, ‘यहां जो कुछ हुआ उस पर मैं दोष नहीं दे रहा हूं, जैसा कि मैंने पिछले सप्ताह नहीं किया। यह सिर्फ ऐसा है कि… क्या चल रहा है?’ राजकोट टेस्ट में इंग्लैंड को बमुश्किल रिव्यू में सफलता मिल रही थी और स्टोक्स का मानना है कि डीआरएस प्रणाली के कुछ हिस्सों को बदलने की जरूरत है। वह चाहते हैं कि ‘अंपायर कॉल’ के नियम में बदलाव सबसे पहले हो। उन्होंने कहा, ‘इस मैच में अंपायरों के तीन फैसले हमारे खिलाफ गए। यह डीआरएस का हिस्सा है। आप या तो सही हैं या गलत हैं। दुर्भाग्य से, हमारे खिलाफ गलती हुई। मैं ऐसा नहीं कह रहा हूं और न ही कभी कहूंगा कि यही कारण है कि हमने यह मैच गंवा दिया क्योंकि 500 रन बहुत रन होते हैं।
हार के बाद तकनीक पर दोष गढ़ रहे स्टोक्स
इंग्लैंड के कप्तान ने यह भी स्पष्ट किया कि वह अपनी टीम की हार का दोष तकनीक पर नहीं लगा रहे हैं, लेकिन चाहते हैं कि डीआरएस प्रणाली अधिक मजबूत हो। उन्होंने कहा, ‘यह ऐसा कुछ नहीं है जिसे आप खेल के परिणाम के लिए वजह मानते हैं। कई बार जब आप उन फैसलों के गलत छोर पर होते हैं तो दुख होता है, लेकिन यह खेल का हिस्सा है। आप चाहते हैं कि फैसले आपके पक्ष में जाएं। कभी-कभी ऐसा होता है और कभी-कभी नहीं।