
इंडिया रिपोर्टर लाइव
मुंबई 28 दिसंबर 2021। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी हमेशा नए-नए आइडिया के बारे में बात करते रहते हैं। इस कड़ी में उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में ड्रोन के इस्तेमाल से ग्रामीण क्षेत्रों में 50 लाख रोजगार पैदा हो सकते हैं। गडकरी नागपुर में एग्रोविजन प्रदर्शनी के समापन समारोह में उपस्थित किसानों और अन्य लोगों को संबोधित करते हुए अपनी बात रख रहे थे। केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि उन्होंने अपने दो कैबिनेट सहयोगियों से कृषि क्षेत्र में ड्रोन प्रौद्योगिकी के उपयोग पर नीति का मसौदा तैयार करने की जरूरत पर चर्चा की है। उन्होंने किसानों से कहा कि उन्होंने अपने खेत में ड्रोन का उपयोग शुरू कर दिया है और कीटनाशकों के मशीनीकृत छिड़काव में कटौती की है।
ड्रोन कृषि और एमएसएमई से संबंधित है
नितिन गडकरी ने कृषि क्षेत्र में विभिन्न अवसरों के बारे में बात करते हुए कहा कि मैंने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और केंद्रीय एमएसएमई मंत्री नारायण राणे के साथ कृषि क्षेत्र में ड्रोन के उपयोग पर नीति तैयार करने पर काम करने के लिए चर्चा की है। ड्रोन कृषि और एमएसएमई से संबंधित है और ड्रोन अकेले एक वर्ष में ग्रामीण क्षेत्र में लगभग 50 लाख रोजगार पैदा कर सकते हैं। इसके अलावा, इससे किसानों को भी लाभ होगा। गडकरी से पहले केंद्रीय एमएसएमई मंत्री नारायण राणे ने सोमवार को प्रदर्शनी का दौरा किया था। जबकि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर 24 दिसंबर को चार दिवसीय कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में शामिल हुए थे।
रोजगार की बड़ी संभावनाएं खुलेंगी
कार्यक्रम में आगे बोलते हुए गडकरी ने कहा कि लिथियम-आयन बैटरी से चलने वाले ड्रोन की कीमत करीब छह लाख रुपये होगी, जबकि एथेनॉल ईंधन से चलने पर इस मानव रहित हवाई वाहन की कीमत लगभग 1.5 लाख रुपये होगी जो काफी सस्ता होगा। आगे कहा कि ड्रोन से कीटनाशकों के छिड़काव के लिए उन्हें संचालित करने के लिए पायलट की आवश्यकता होगी और इससे रोजगार की बड़ी संभावनाएं खुलेंगी।