इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 23 दिसंबर 2022। तवांग में चीन से तनाव के बीच हमारे जवान जल्द हल्के टैंक जोरावर, एंटी शिप मिसाइल और लंबी दूरी के गाइडेड बम से लैस होंगे। देश की तीनों सेनाओं के लिए 84,328 करोड़ के हथियार खरीदे जाएंगे। रक्षा मंत्रालय ने सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण को ध्यान में रखते हुए यह बड़ा फैसला किया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) की बैठक में बृहस्पतिवार को सशस्त्र बलों के 24 पूंजी अधिग्रहण प्रस्तावों को लेकर आवश्यकता की स्वीकृति (एओएन) के लिए वित्तीय मंजूरी दी गई। इनमें से छह प्रस्ताव सेना, छह वायुसेना, दस नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल के लिए हैं।
आत्मनिर्भर भारत
97% खरीद स्वदेशी कंपनियों से…परिषद ने आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देने के लिए 82,127 करोड़ (97 फीसदी) के 21 प्रस्तावों की खरीद स्वदेशी स्रोत से किए जाने का अहम फैसला किया है।
सेना के लिए खरीदे जाएंगे इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल
सेना के लिए फ्यूचरिस्टिक इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल, हल्के टैंक और माउंटेड गन सिस्टम खरीदे जाएंगे। जवानों की बेहतर सुरक्षा के लिए बैलिस्टिक हेलमेट खरीदे जाएंगे।
नौसेना के लिए ऑटोनोमस व्हीकल
नौसेना के लिए एंटी-शिप मिसाइल, उच्च क्षमता वाले स्वचालित वाहन (ऑटोनोमस व्हीकल), बहुउद्देशीय जलयान खरीदे जाएंगे।
वायुसेना के लिए नई मिसाइलें
परिषद ने वायुसेना के लिए नई श्रेणी की मिसाइलों की खरीद की मंजूरी दी है। इसके अलावा लंबी दूरी के गाइडेड बम, अत्याधुनिक निगरानी प्रणाली व अन्य हथियार खरीदे जाएंगे।