
इंडिया रिपोर्टर लाइव
बीरभूम 29 दिसंबर 2020। पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे मे राज्य का सियासी तापमान दिनों-दिन बढ़ रहा है। विपक्षी भाजपा और सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को बीरभूम जिले के बोलपुर में पदयात्रा की। रैली में उन्होंने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। रैली में भाजपा पर हमला बोलते हुए ममता ने कहा, ‘जो लोग महात्मा गांधी और देश के अन्य महापुरूषों का सम्मान नहीं करते, वे ‘सोनार बांग्ला’ बनाने की बात करते हैं।
विश्व-भारती के कुलपति भाजपा के आदमी
बंगाल की संस्कृति को नष्ट करने के लिए षड्यंत्र रचे जा रहे हैं। हिंसा और विभाजनकारी राजनीति बंद करो। मुझे विश्व-भारती के खिलाफ की जा रही अपमानजनक टिप्पणी पसंद नहीं है। विश्व-भारती के कुलपति भाजपा के आदमी हैं, वे सांप्रदायिक राजनीति को बढ़ावा दे रहे हैं, विश्वविद्यालय की धरोहर को नुकसान पहुंचा रहे हैं।’
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और पार्टी के अन्य नेताओं के आदिवासी के घर खाना खाने पर तंज कसते हुए बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि वे आते हैं, फाइव स्टार खाना खाते हैं और बताते हैं आदिवासी का घर। ममता बनर्जी ने टीएमसी के कुछ नेताओं द्वारा हाल ही में किए गए दलबदल पर कहा, ‘आप कुछ विधायकों को खरीद सकते हैं, लेकिन तृणमूल कांग्रेस को नहीं खरीद सकते। कुछ विधायकों के पार्टी छोड़ने से कोई फर्क नहीं पड़ता, जनता हमारे साथ है।’
भाजपा को बताया बाहरी
भाजपा को बंगाल में बाहरी करार देते हुए ममता ने कहा कि भाजपा बंगाल के महापुरुषों, नेताजी और रवींद्र नाथ टैगोर का सम्मान नहीं करती है। गृह मंत्री शाह को जवाब देने के लिए ममता के इस पैदल मार्च को सफल बनाने के लिए टीएमसी के कार्यकर्ता जी-जान से जुटे रहे।
बोलपुर में शाह ने किया था रोड शो
बोलपुर में मंगलवार को जहां ममता बनर्जी ने पदयात्रा की वहीं पर कुछ दिनों पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रोड शो किया था। शाह ने बाउल संप्रदाय के जिस शख्स के घर खाना खाया था वो भी ममता बनर्जी की पदयात्रा में शामिल है। बता दें कि पश्चिम बंगाल में मई 2021 में विधानसभा चुनाव होने हैं। उससे पहले टीएमसी और भाजपा में राजनीतिक तकरार बढ़ती जा रही है।