इंडिया रिपोर्टर लाइव
भोपाल 21 फरवरी 2022। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व सांसद उमा भारती खुश हैं कि केन-बेतवा नदी जोड़ने के प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल गई है। इस प्रोजेक्ट के लिए उन्होंने खूब मेहनत की थी। पर उन्हें दर्द इस बात का है कि उनके कामों का क्रेडिट उन्हें नहीं मिलता। यह बात उनके यह कहने से और स्पष्ट हो गई कि सरकार मैं बनाती हूं, चलाता कोई और है। उमा भारती के नेतृत्व में ही 2003 में भाजपा ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस को सत्ता से बेदखल किया था। एक गैर-जमानती वारंट की वजह से उन्हें कुर्सी छोड़नी पड़ी और बाबूलाल गौर व उसके बाद शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री बने। तब उमा भारती ने भारतीय जनशक्ति पार्टी बनाई और चुनाव भी लड़ा था। भाजपा में वापसी हुई तो मध्य प्रदेश की सक्रिय राजनीति से बाहर हो गई और उत्तर प्रदेश की होकर रह गई। केंद्र में मंत्री भी रहीं, पर 2019 में लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं मिला और अब किसी पद पर नहीं हैं।
क्रेडिट है कि मिलता नहीं
टीकमगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि मेरे साथ यह सुखद संयोग होता रहा है। सरकार मैं बनाती हूं, चलाता कोई और है। ललितपुर और सिंगरौली के बीच रेल लाइन का शिलान्यास हुआ, तब मैं भाजपा से बाहर थी। कांग्रेस की केंद्र में सरकार थी। कांग्रेस वालों ने मेरा नाम नहीं लिया। उद्घाटन जब हुआ, तब भाजपा वालों ने भी मेरा नाम नहीं लिया। केन-बेतवा का जब शिलान्यास होगा, तब प्रोटोकॉल का प्रॉब्लम आएगा। इस वजह से पहले ही मैं कह रही हूं कि प्रोजेक्ट लागू हो गया, मैं इसमें ही खुश हूं।
एक बच्चे पर दो मां के दावे की कहानी
उमा भारती ने प्रोजेक्ट के क्रेडिट को लेकर एक कहानी भी सुना दी। उन्होंने कहा कि एक बच्चे पर दो मां ने दावा कर दिया। राजा ने कहा कि हम इस समस्या को दूर करेंगे। उन्होंने निर्देश दिया कि बच्चे को चीरकर दो टुकड़े कर दो और दोनों को बांट दो। इस पर असली मां बोली कि मुझे नहीं चाहिए, दूसरी को ही दे दो। राजा ने फैसला सुना दिया कि जो मां मना कर रही है, वह ही असली मां है। बच्चा जिंदा रह गया यानी केन-बेतवा आ गई, यह ही मेरे लिए खुशी की बात है। हो सकता है कि केन-बेतवा का शिलान्यास हो, तब मैं मंच पर भी नहीं रह सकूंगी। लगता नहीं कि प्रोटोकॉल के बैरियर टूट पाएंगे।
2024 में चुनाव लड़ने का दावा
उमा भारती ने कहा किवह 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ेंगी। किस क्षेत्र से लडेंगी, इसका जवाब उन्होंने टाल दिया। उमा ने कहा कि मैंने कहा था कि मैं 2019 का चुनाव नहीं लडूंगी, लेकिन यह कभी नहीं कहा कि मैं कोई चुनाव नहीं लडूंगी।
कांग्रेस ने कसा तंज
कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने उमा भारती के बयान को लेकर भाजपा पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि एक योग्य, जुझारू, दमदार नेता उमा भारती जी का सामयिक दर्द स्वाभाविक है। उन्हें पहले षड्यंत्र करते हुए सीएम पद से हटवाया। केंद्रीय राजनीति में भेजा गया। फिर लोकसभा का टिकट तक काट दिया। अब मध्य प्रदेश में भी पैर जमाने नहीं दे रहे हैं! इतने भयभीत क्यों हैं? फसल बोए कौन, काटे कौन??