हत्या, पास्को, नारकोटिक्स जैसे गंभीर मामलों के हैं आरोपी
मुंगेली : उप जेल प्रशासन की असफलता का एक नया मामला सामने आया है। बीती रात उपजेल में एक बड़ी वारदात हो गई। जेल में बंद 4 कैदी बैरक ताला तोड़कर फरार हो गए हैं। फरार कैदियों पर हत्या, पास्को, नारकोटिक्स जैसे गंभीर मामले दर्ज है। फरार कैदियों के बारे में अभी तक कोई सुराग नहीं मिल सका। सिटी कोतवाली पुलिस मामले की जाँच में जुटी है। पुलिस अधीक्षक चैनदास टण्डन ने बातचीत में कहा कि जेल प्रबंधन की ओर रात 1 बजकर 30 मिनट पर घटना की सूचना दी गई, जिसके बाद वे मौके पर दल बल के साथ पहुंचे। मामले की जांच की जा रही है। वहीं जेल अधीक्षक जे एल पुरैना जवाब देने से बच रहे हैं, उन्होंने चुप्पी साध ली है। उपजेल में घटित इस घटना सुरक्षा में बरती गई लापरवाही को उजागर कर दिया है। क्योंकि कैदी बैरक का ताला तोड़ते हैं फिर दीवार फांदकर फरार भी हो जाते हैं। इतना सबकुछ होते रहता और जेल के सुरक्षाकर्मियों को ख़बर ही नहीं होती है। फिलहाल इस मामले में जेल प्रबंधन की ओर से प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है।
मची खलबड़ी, तलास में जुटी पुलिस
आधी रात बैरक का ताला तोड़कर संगीन अपराप में संलिप्त चारों कैदी भाग निकलते है और जेल प्रशासन गहरी नींद सो रहा होता है। जेल प्रशासन पर यह सवालिया निशाल है कि प्रहरियों के रहते अपराधी ताला तोड़कर दीवाल कांदकर फरार होने में सफलता कैसे हासिल की? प्रहरियों द्वारा रात के समय बैरक में जा-जा कर देखा जाता कि सब ठीक-ठाक है या नहीं। सवाल यह उठता है कि अगर जेल प्रशासन इसकों लेकर चौकन्ना रहता तो शासद ऐसी नौबत नहीं आती। आधी रात इसकी सूचना जब उच्चधिकारियों को दी गई तब विभाग में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में अधिकारी जेल पहुंचे। अब पुलिस अपराधियों कीखोज करने में जुटी हुई हैं।
जवाब देने बच रहे जेल अधीक्षक
मीडिया द्वारा संपर्क करने पर जेल अधीक्षक कुछ भी कहने से बच रहे हैं। इससे साफ जाहिर है कि जेल अधीक्षक द्वारा जेल परिसर में लापरवाही किस हद तक संचालित हो रहा हैं। यह प्रदेश में कोई पहला मामला नहीं है कि अपराधी जेल से फरार हुए हो। इसके बावजूद जेल अधीक्षक द्वारा जेल परिसर में अपराधियों पर निगरानी रखने पुख्ता इंतजाम नहीं किया गया इसी का नतीजा है कि 4 कैदी फरार होने में कामयाब हो गए।