प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में PM मोदी बोले- शांति का समय हो या संघर्ष का, भारतीयों ने डट कर मुकाबला किया

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इंडिया रिपोर्टर लाइव

नई दिल्ली 09 जनवरी 2021।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 16वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि दुनिया भर के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले लोगों का मन मां भारती से जुड़ा हुआ है।

पीएम मोदी के भाषण की खास बातें

पीएम मोदी ने कहा- यहां से अब हम आजादी के 75वें साल की तरफ आगे बढ़ रहे है। मेरा आग्रह है कि आजादी के आंदोलन में भाग लेने वाले प्रवासी भारतीयों की जीवन गाथा से संपूर्ण परिचय हेतु डिजिटल पोर्टल निर्मित किए जाएं, यह हमारी आने वाली पीढ़ी को प्रेरित करेंगे। आपके स्वस्थ्य रहने की कामना।

मोदी ने प्रवासी भारतीयों को कहा कि भारत सरकार हर समय, हर पल आपके साथ खड़ी है। कोरोना काल में वंदे भारत मिशन के तहत 45 लाख भारतीयों को मदद पहुंचाई गई। गल्फ सहित अनेक देशों से लौटे साथियों के लिए स्वदेश योजना का प्रारंभ किया गया। 

मोदी ने संबोधन के दौरान कहा, ‘आप में से काफी लोग जानते है वैश्विक भारतीय वैज्ञानिक सम्मेलन का आयोजन किया था। इसमें 25 देशों के वैज्ञानिकों ने भाग लिया। सम्मेलन के माध्यम से 80 विषयों पर 100 रिपोर्ट निकली।’

मोदी ने कहा, आज पूरी दुनिया को अगर भारत पर इतना विश्वास है तो इसका कारण आप प्रवासी भारतीय हैं। आप जहां भी गए आपने भारतीयता का प्रसार किया है।

पीएम मोदी बोले- कोविड के समय में भी कई नए टेक स्टार्टअप्स भारत से ही निकल कर आए हैं। भारत ने एक बार फिर अपने सामर्थ्य का परिचय दे दिया। देश में ही बने दो वैक्सीन के साथ भारत मानवता के हित में कार्य करने हेतु तैयार है।

पीएम मोदी ने कहा कि भारत का इतिहास गवाह है कि भारतीयों के सामर्थ्य को लेकर जब किसी ने आशंका जताई, सारी आशंकाएं गलत साबित हुई है। विश्व भर में यदि कोई लोकतंत्र जीवंत है तो वह भारत ही है।

मोदी बोले- शांति का समय हो या संघर्ष का, भारतीयों ने डट कर मुकाबला किया है। औपनिवेशिक चुनौती से लेकर आंतकवाद तक हर मोर्चे पर भारत ने दृढ़ता से कार्य किया है। हमनें दिखाया है नवीकरणीय ऊर्जा के मामले में विकासशील देश भी नेतृत्व कर सकता है।

मोदी ने कहा, ‘बीते वर्ष में प्रवासी भारतीयों ने हर क्षेत्र में अपनी पहचान को मजबूत किया है। विभिन्न देशों के राज्य प्रमुख यह बताते हैं कि वहां रहने वाले प्रवासी भारतीयों ने कठिन समय में कितना बेहतरीन काम किया है। आप सभी ने भारत में भी स्वास्थ्य अधोसंरचना को विकसित करने में सहयोग दिया है।’

पीएम मोदी बोले- इस कोरोनाकाल में विदेशों में रहने वाले कई भारतीय भाई-बहनों ने अपना जीवन खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदना है।

पीएम मोदी ने कहा, सामाजिक और राजनीतिक नेतृत्व के लिए भारतीय मूल के साथियों पर भरोसा और मजबूत हो रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा, क्विज प्रतियोगता के विजेताओं को मैं बधाई देता हूं एवं उनसे आग्रह करता हूँ कि आप ये प्रयत्न कीजिए कि इस प्रतियोगिता से अगले साल दस लोग और जुड़ें।

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया था, ‘कल नौ जनवरी को सुबह 10:30 बजे प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन को संबोधित करूंगा। यह हमारे जीवंत प्रवासी लोगों के साथ बातचीत करने का एक शानदार अवसर है।’ वहीं, आधिकारिक बयान में कहा गया है कि कोरोना महामारी के बावजूद प्रवासी समुदाय की भावनाओं को देखते हुए 16वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।

वहीं, शुक्रवार को पीएम मोदी ने कहा था कि दूसरे देशों में बस चुके भारतीय मूल के लोगों के साथ बातचीत करने का यह शानदार अवसर होगा। बता दें कि यह आयोजन वर्चुअल होगा और इसका विषय है ‘आत्मनिर्भर भारत में योगदान।’

जानकारी के मुताबिक, उद्घाटन सत्र के दौरान सूरीनाम गणराज्य के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसोद संतोखी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। 

इस सम्मेलन का आयोजन विदेश मंत्रालय कराता है। इसका मकसद विदेशों में बसे भारतीयों से जुड़ना और उन्हें अपनी बात रखने का मंच देना है।

इस बार सम्मेलन का सब्जेक्ट आत्मनिर्भर भारत में योगदान रखा गया है। इसके दो सत्र होंगे। पहले सत्र में विदेश और वित्त मंत्री अपनी बात रखेंगे। दूसरे सत्र में हेल्थ मिनिस्टर और विदेश राज्य मंत्री कोरोना के दौरान उपजी चुनौतियों पर बात करेंगे। इनमें हेल्थ, इकोनॉमी, सोशल एंड इंटरनेशनल रिलेशंस के मुद्दे शामिल होंगे। इसके बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का भाषण होगा।

इस दौरान 2020-21 के लिए प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार के नामों की भी घोषणा की जाएगी।

क्यों 9 जनवरी को मनाया जाता है प्रवासी भारतीय दिवस

प्रवासी भारतीय दिवस हर दो साल में एक बार मनाया जाता है, जिसके माध्यम से विदेशी भारतीयों के साथ जुड़ने सरल रहता है। इस अवसर को 9 जनवरी को इसलिए चुना गया था क्योंकि 1915 में इसी दिन महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे। उनके आगमन के बाद महात्मा गांधी ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया और भारत को स्वतंत्रता मिली थी। बता दें कि पहली बार प्रवासी भारतीय का आयोजन 2003 में हुआ था। वहीं, इस 16वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के दौरान प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कारों के नामों की घोषणा की जाएगी।

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