इंडिया रिपोर्टर लाइव
मॉस्को 19 नवंबर 2024। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को अमेरिका को चेतावनी जारी करते हुए हस्ताक्षरित नई परमाणु नीति में स्पष्ट कर दिया है कि यूक्रेन द्वारा पश्चिमी रॉकेट्स के उपयोग पर रूस परमाणु प्रतिक्रिया दे सकता है। यह बयान क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान दिया। पेस्कोव का यह बयान अमेरिका द्वारा यूक्रेन को लंबी दूरी की MGM-140 आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम (ATACMS) का उपयोग रूस के कुर्स्क क्षेत्र में करने की मंजूरी के बाद आया। पुतिन द्वारा हस्ताक्षरित इस नई नीति में कहा गया है कि यदि कोई परमाणु शक्ति किसी गैर-परमाणु देश को रूस के खिलाफ समर्थन देती है, तो यह रूस के लिए परमाणु प्रतिक्रिया का कारण बन सकती है।
यूक्रेन पर हमले के दौरान रूस कई बार यूक्रेन और उसके पश्चिमी सहयोगियों के खिलाफ परमाणु हथियार उपयोग की धमकी दे चुका है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन सहित पश्चिमी नेताओं ने यह स्पष्ट किया है कि रूस और नाटो के बीच सीधा संघर्ष टालना उनकी प्राथमिकता है, क्योंकि इससे परमाणु युद्ध का खतरा बढ़ सकता है। रूस की इस नई नीति और पेस्कोव के बयान ने पश्चिमी देशों और यूक्रेन के साथ पहले से चल रहे तनाव को और बढ़ा दिया है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि पश्चिमी देश इस पर कैसे प्रतिक्रिया देते हैं और यह स्थिति वैश्विक शांति को किस हद तक प्रभावित करती है। बता दें कि पुतिन ने देश की परमाणु नीति में बड़े बदलाव की घोषणा की है।
उन्होंने कहा है कि रूस पर पारंपरिक मिसाइलों से हमला होने की स्थिति में, खासकर जब उसे किसी परमाणु शक्ति का समर्थन प्राप्त हो, तो रूस परमाणु हथियारों के इस्तेमाल पर विचार कर सकता है। रूस की इस नई नीति ने विश्व में परमाणु खतरे की चिंताओं को और बढ़ा दिया है। पुतिन ने स्पष्ट कर दिया है कि रूस अपनी सुरक्षा पर किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगा। यह नीति न केवल अमेरिका, बल्कि उन सभी देशों के लिए चेतावनी है, जो यूक्रेन को सैन्य सहायता दे रहे हैं। रूस और पश्चिमी देशों के बीच बढ़ते तनाव से विश्व शांति को गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है। अब यह देखना होगा कि यह स्थिति वैश्विक राजनीति को किस दिशा में ले जाती है।