रायपुर। एक दिसंबर से प्रदेश में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू हो चुकी है. जामगांव-एम खरीदी केंद्र में व्यवस्था का जायजा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसान तोखनलाल वर्मा का खुद तौला, फिर धान को रगड़कर कहा इसकी गुणवत्ता अच्छी है.
धान खरीदी के प्रथम दिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दुर्ग जिले के पाटन विकासखंड की सहकारी समिति औंधी और जामगांव-एम पहुंचे. केंद्र का निरीक्षण करने के दौरान किसानों के साथ हमालों का हालचाल पूछा और अधिकारियों-कर्मचारियों को किसानों की सुविधाओं का ध्यान रहने का निर्देश दिया. साथ ही पर्याप्त मात्रा में बारदाना उपलब्ध कराने की बात कही.
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने मौजूद किसानों से कहा आपके लिए खरीदी केंद्रों में जरूरी सुविधाएं देखने आया हूं. आपकी सभी सुविधाओं का सरकार ध्यान रखेगी. किसानों ने कहा कि मुख्यमंत्री भी हमारी खरीदी की व्यवस्था देखने आए हैं, यह देखकर बहुत अच्छा लग रहा है. दुर्ग कलेक्टर अंकित आनंद ने व्यवस्था की जानकारी देते हुये बताया कि टोकन दिए जा चुके हैं. खरीदी की उत्तम व्यवस्था की लगातार मॉनिटरिंग हो रही है.
उल्लेखनीय है कि राज्य के सभी जिलों में धान का उपार्जन छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी विपणन संघ (मार्कफेड) द्वारा किया जा रहा है. खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 में धान की खरीदी वर्ष 2018-19 में संचालित एक हजार 995 खरीदी केन्द्रों सहित इस वर्ष प्रारंभ किए गए 33 नवीन खरीदी केन्द्रों में की जाएगी. प्रदेश में 48 मंडियों एवं 76 उपमंडियों के प्रांगण का उपयोग विगत खरीफ विपणन वर्ष के अनुसार धान उपार्जन केन्द्र के लिए किया जाएगा.
वर्तमान खरीफ वर्ष 2019-20 में प्रदेश के 19 लाख 56 हजार किसानों ने पंजीयन करा लिया है, जो गत वर्ष पंजीकृत किसानों की संख्या 16 लाख 97 हजार से दो लाख 58 हजार ज्यादा है. राज्य शासन द्वारा खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 के दौरान राज्य के किसानों से नगद व लिंकिंग में धान की खरीदी एक दिसम्बर से 15 फरवरी 2020 तक की जाएगी. खरीफ वर्ष 2019-20 में प्रदेश के किसानों से धान खरीदी की अधिकतम सीमा 15 क्विंटल प्रति एकड़ लिंकिंग सहित निर्धारित की गई है. खरीफ वर्ष 2019-20 में राज्य के किसानों से 85 लाख मैट्रिक टन धान उपार्जन अनुमानित है.