
इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 03 मार्च 2024। कांग्रेस ने शनिवार को लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा की 195 उम्मीदवारों की पहली सूची में कुछ मौजूदा सांसदों का टिकट काटने पर सवाल उठाए। पार्टी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पिछले पांच वर्षों में ऐसे दागी नेताओं को जनता पर थोपने के लिए लोगों से माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भी आश्चर्य जताया कि क्या मोदी का जादू कम हो रहा है कि उन्हें कुछ मौजूदा सांसदों को पार्टी के टिकट देने से इनकार करना पड़ा। उन्होंने पूछा कि क्या वह अपने नाम पर उन्हें जीत दिलाने में असमर्थ हैं। पवन खेड़ा ने लखीमपुर खीरी मामले का जिक्र करते हुए पूछा कि उन्होंने आगे पूछा कि क्या भाजपा केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के दबाव में थी कि उनके बेटे ने अपने वाहन के नीचे किसानों को कुचलने के बाद भी उन्हें एक बार फिर मैदान में उतारा।
खेड़ा ने कहा कि भाजपा के दो सांसदों गौतम गंभीर और जयंत सिन्हा ने आज सुबह एक्स पर कहा है कि वे चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘हम उनके कारणों को नहीं जानते, लेकिन हम समझते हैं कि कई लोग भाजपा से दूरी बनाए रखना चाहते हैं।’
टीएमसी के मुताबिक महिलाओं का प्रतिनिधित्व कम
जैसे ही भाजपा ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए 195 उम्मीदवारों की पहली सूची की घोषणा की, विपक्षी तृणमूल कांग्रेस ने आश्चर्य जताया। पार्टी ने कहा कि सूची में इतनी कम महिलाओं का नाम क्यों है। टीएमसी ने दावा किया कि महिलाओं को सशक्त बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वादों पर भगवा खेमे ने कभी काम नहीं किया। वहीं दूसरी ओर पश्चिम बंगाल बीजेपी ने दावा किया कि टीएमसी उस सूची में खामियां ढूंढने की कोशिश कर रही है जो लोगों के साथ उम्मीदवारों के जुड़ाव को दर्शाती है। टीएमसी नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद शांतनु सेन ने कहा, ‘जहां टीएमसी के राज्यसभा नामांकन में कम से कम 75 प्रतिशत महिलाएं हैं, वहीं भाजपा द्वारा आज घोषित उम्मीदवारों में से 14 प्रतिशत से अधिक उम्मीदवार महिलाएं नहीं हैं। यह दिखाता है कि नरेंद्र मोदी और जेपी नड्डा की पार्टी महिलाओं को किस तरह हेय दृष्टि से देखती है।’