इंडिया रिपोर्टर लाइव
रियाद 17 अगस्त 2023। सऊदी अरब में एक अमेरिकी नागरिक को मौत की सजा दी गई। जिस अमेरिकी नागरिक को सजा ए मौत दी गई, उस पर अपने मिस्त्र मूल के पिता को यातना देने और फिर उनकी हत्या करने का आरोप था। इसके साथ ही इस साल सऊदी अरब की सरकार 19 विदेशी नागरिकों को मौत की सजा दे चुकी है। मौत की सजा पाए अमेरिकी नागरिक की पहचान बिशॉय शरीफ नाजी नसीफ के रूप में हुई है।
पिता की हत्या के आरोपी को दी मौत की सजा
बिशॉय शरीफ नाजी नसीफ के बारे में मीडिया में ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है और ना ही ये बताया गया है कि नाजी नसीफ को कैसे मारा गया। चूंकि सऊदी अरब में आमतौर पर गर्दन काटकर लोगों को मौत की सजा दी जाती है तो माना जा रहा है कि इस मामले में भी ऐसी ही सजा मिली होगी। नसीफ पर आरोप था कि उसने अपने पिता को पहले मारा-पीटा और फिर गला घोंटकर उनकी हत्या कर दी। हत्या के बाद नसीफ ने शव को क्षत-विक्षिप्त कर दिया। आरोपी ड्रग्स का आदी था और जब उसे गिरफ्तार करने की कोशिश की गई तब भी उसने एक अन्य व्यक्ति पर जानलेवा हमला किया।
सऊदी अरब की छवि हो रही धूमिल
मानवाधिकार संस्था एमनेस्टी इंटरनेशनल के आंकड़ों के अनुसार, साल 2022 में चीन और ईरान के बाद सऊदी अरब में सबसे ज्यादा लोगों को मौत की सजा दी गई। इसे लेकर सऊदी अरब सरकार की लगातार आलोचना भी होती है। सऊदी अरब सरकार अपने विजन 2030 के तहत अपनी कट्टरपंथी छवि को मिटाकर सामाजिक और आर्थिक सुधार करने की दिशा में काम कर रही है लेकिन इतनी बड़ी संख्या में लोगों को मौत की सजा मिलने से सऊदी अरब की छवि धूमिल हो रही है।
इस साल अब तक 19 विदेशी नागरिकों को दी मौत की सजा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सऊदी किंग मोहम्मद बिन सलमान के साल 2015 में सत्ता संभालने के बाद से सऊदी अरब में 1000 से ज्यादा लोगों को मौत की सजा दी गई है। इस साल ही 91 लोगों को अब तक मौत की सजा दी जा चुकी है। साथ ही अमेरिका, बहरीन, बांग्लादेश, मिस्त्र, भारत, जॉर्डन, नेपाल, पाकिस्तान, यमन और फिलीपींस के 19 नागरिकों को भी इस साल सऊदी अरब में मौत की सजा दी गई है। बीते साल सऊदी अरब में 147 लोगों को मौत की सजा दी गई। वहीं 2021 में यह आंकड़ा 69 था।