इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 26 सितम्बर 2023। दिल्ली में आयोजित हिंद-प्रशांत सेना प्रमुख सम्मेलन में अमेरिका के सेना प्रमुख रैंडी जॉर्ज भी अन्य 17 देशों के सेना प्रमुखों के साथ शामिल हुए। उन्होंने इस सम्मेलन में हिंद-प्राशांत की स्थिरता में भारत और अमेरिका के संबंधों को महत्वपूर्ण बताया है। सेना प्रमुख रैंडी जॉर्ज ने कहा कि दोनों देशों के सेनाओं के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं। भारत और अमेरिकी सेना 13वां द्विवार्षिक हिंद-प्रशांत सेना प्रमुख सम्मेलन (आईपीएसीसी), 47वां वार्षिक हिंद-प्रशांत सेना प्रबंधन सम्मेलन (आईपीएएमएस) और 9वां सीनियर एनलिस्टेड फोरम की मेजबानी 25-27 सितंबर के बीच राष्ट्रीय राजधानी के मानेकशॉ केंद्र में आयोजित करने वाली है। इन सम्मेलनों का मुख्य उद्देश्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में दोस्ती और संवाद के जरिए शांति और स्थिरता बनाए रखना है।
अमेरिकी सेना प्रमुख ने कहा, ‘हमारी सेना अपनी कौशल को और तेज करने की कोशिश कर रहे हैं, हम एक-दूसरे से बहुत कुत कुछ सीख रहे हैं। वे भरोसा कायम करने के साथ हमारी सेना के साथ दोस्ती को भी मजबूत कर रहे हैं। हमें मालूम है कि वैश्विक सुरक्षा वातावरण में भरोसा और मित्रता कितनी आवश्यक है। ऐसे में एक अच्छा भागीदार होना बहुत आवश्यक है।’
भूमि शक्ति पर चर्चा
हिंद-प्रशांत सेना प्रमुख सम्मेलन को भारतीय सेना प्रमुख मनोज पांडे के साथ संबोधित करते हुए अमेरिकी सेना प्रमुख रैंडी जॉर्ज ने बताया कि हम यहां भूमि शक्ति पर चर्चा करने आए हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं, जनरल मनोज पांडे और हमारे सभी साथी प्रमुख आईपीएसीसी में भूमि ऊर्जा नेटवर्क बना रहे हैं, जो इस क्षेत्र को एक साथ बांधता है।’ कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए आर्मी प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने बताया कि भूमि शक्ति के बीच सहयोग जरूरी है। उन्होंने कहा, इस साल आईपीएसीसी का थीम शांति के लिए एक-साथ: हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखना।
होनुलुलु में आयोजित आईपीएएमएस के पहले सम्मेलन में महज नौ देश शामिल हुए थे, जो कि 2017 में कोरिया के सिओल में आयोजित हुए सम्मेलन में बढ़कर 31 हो गए थे। वहीं हिंद-प्रशांत सेना प्रमुख सम्मेलन दो साल में एक बार आयोजित किया जाएगा। भारत के सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे सोमवार को दिल्ली सम्मेलन में शामिल होने वाले सेना के प्रमुखों के साथ मुलाकात की। इस सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले सेना प्रमुखों में जापान के जनरल मोरिशिता यसुनोरी, ऑस्ट्रेलियाई आर्मी के जनरल साइमन स्टुअर्ट, अमेरिका के सेना प्रमुख रैंडी जॉर्ज, वियतनाम पीपुल्स आर्मी के डिप्टी चीफ ऑफ जनरल स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल गुयेन दोआन अन्ह और केन्याई सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल पीटर म्बोगो नजीरू शामिल हैं।