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चेन्नई 14 नवंबर 2024। चेन्नई के एक अस्पताल में चिकित्सक पर हुए हमले को लेकर डॉक्टरों में आक्रोश है। गुरुवार को चिकित्सकों ने कलैगनार सेंटेनरी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के सामने विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान डॉक्टरों ने चिकित्सकों ने सुरक्षा की मांग की। वहीं तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने पीड़ित चिकित्सक से मुलाकात की। हमले में घायल चिकित्सक का कलैगनार सेंटेनरी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में इलाज चल रहा है। वहीं सरकार ने घटना के बाद मरीजों को आवश्यकता के आधार पर ट्राइएज टैग देने का फैसला किया है। चेन्नई के कलैगनार सेंटेनरी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में एक युवक ने बुधवार सुबह डॉक्टर को सात बार चाकू से गोद दिया था। युवक ने डॉक्टर पर आरोप लगाया था कि उन्होंने उसकी कैंसर पीड़ित मां के लिए गलत दवा लिखी थी। डॉक्टर को आईसीयू में भर्ती किया गया था। इस घटना के बाद डॉक्टरों में आक्रोश फैल गया था। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने इस घटना पर चिंता जताई थी। आईएमए ने कहा था कि सरकारों की तरफ से नुकसान से बचने के लिए सतही नियंत्रण उपाय किए गए हैं। यही आलम रहा तो इस देश में डॉक्टर बिना किसी डर के काम नहीं कर पाएंगे।
वहीं घटना के बाद गुरुवार को चेन्नई में डॉक्टरों ने प्रदर्शन किया। डॉक्टरों के प्रदर्शन को लेकर राजीव गांधी सरकारी अस्पताल के डीन डॉ. थेरानी रंजन ने कहा कि ओपीडी सेवाओं से कोई समझौता नहीं किया गया है। चिकित्सक प्रदर्शन करना चाहते थे और हम इसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकते। चिकित्सा सेवाएं सुचारू रूप से चल रही हैं।
पीड़ित चिकित्सक का जाना हाल
तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने पीड़ित चिकित्सक डॉ. बालाजी से मुलाकात की। उन्होंने डॉक्टर का हाल-चाल जाना। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि चिकित्सक की हालत में सुधार हो रहा है। आईसीयू में उनकी बारीकी से निगरानी की जा रही है। जांच के बाद उन्हें वार्ड में शिफ्ट कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने आज से मरीजों की चिकित्सा जरूरत के आधार पर ट्राइएज टैग की शुरुआत की है। मरीजों के तीमारदारों को अस्थायी पहचान पत्र दिए जाएंगे।