जिला स्तर पर होम आईसोलेशन के मरीजों की टेलीकंसलटेंशन के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित करने कलेक्टर ने दिए निर्देश
जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में कोविड 19 से बचाव और इलाज की व्यवस्था की समीक्षा के दौरान
इंडिया रिपोर्टर लाइव
धमतरी 07 सितंबर 2020। अब जिले में कोविड 19 के ’बिना लक्षण’ अथवा ’कम लक्षण’ वाले मरीजों को होम आईसोलेशन में रखा जा सकता है, लेकिन इन मरीजों का दिन में दो बार टेलीकंसलटेशन के जरिए हाल-चाल जाना जाएगा। कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य ने इसके लिए जल्द से जल्द 24 घंटे क्रियाशील रहने वाला नियंत्रण कक्ष स्थापित करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.डी.के.तुर्रे को दिए हैं। कलेक्टर ने निर्देशित किया है कि नियंत्रण कक्ष से हर रोज दिन में दो बार सुबह और शाम होम आईसोलेटेड लोगों को काॅल जाना अनिवार्य होगा। साथ ही नियंत्रण कक्ष में एक लक्षण पंजी भी रखी जाएगी, जिसमें मरीज के स्वास्थ्य संबंधी लक्षणों को नोट किया जाएगा। यदि मरीज को सांस संबंधी कोई तकलीफ हो तो उसे तत्काल कोविड केयर अस्पताल भेजने की व्यवस्था करने पर भी कलेक्टर ने बल दिया है। उन्होंने यह भी बताया कि अब कोविड 19 के मरीजों को अस्पताल ले जाने के लिए एम्बूलेंस की बजाय निजी वाहनों का भी उपयोग किया जा सकता है।
इसके साथ ही अब सभी विकासखण्डों में भी बिना लक्षण अथवा कम लक्षण वाले मरीजों के लिए आईसोलेशन सेंटर बनाए जाएंगे। कलेक्टर ने संबंधित एसडीएम को स्थल का चिन्हांकन कर उसे आईसोलेशन सेंटर के रूप में तब्दील करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही जिले के कोविड केयर अस्पताल, सभी कोविड केयर सेंटर और आईसोलेशन सेंटरों में राजस्व अधिकारियों की नोडल के रूप में तैनाती की जाएगी, जो कि प्रतिदिन उन केन्द्रों का भ्रमण कर वहां की साफ-सफाई, मरीजों को भोजन की उपलब्धता, पानी की व्यवस्था इत्यादि की माॅनिटरिंग करेंगे। कलेक्टर ने निर्देशित किया है कि इन सभी आईसोलेशन केन्द्रों में सफाई कर्मी की नियुक्ति सुनिश्चित की जाए।
दरअसल वे आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर कोविड 19 के संक्रमण से बचाव एवं सुरक्षात्मक उपायों तथा बेहतर इलाज के लिए की जा रही व्यवस्था पर चर्चा कर रहे थे। दोपहर साढ़े 12 बजे से आहूत इस बैठक में उन्होंने बताया कि अब स्वास्थ्य विभाग का दायित्व होगा कि वे प्रतिदिन जिले से कोविड 19 संबंधी मीडिया बुलेटिन जारी करें। इसके अलावा सभी नगरीय निकायों के मुख्य चैक-चैराहों में फ्लैक्स लगाकर कोविड 19 के प्रति लोगों में जागरूकता लाएं। इसके अलावा यदि कोई कोरोना का मरीज पाया जाता है, तो उसकी काउंसिलिंग कर यह सुनिश्चित करें, कि वह कहां ईलाज कराना चाहता है। बैठक में कलेक्टर ने कोविड 19 के संक्रमण से बचाव के लिए सुरक्षात्मक उपाय करते हुए शासन की महत्ती योजनाओं का मैदानी स्तर पर बेहतर तरीके से क्रियान्वयन करने पर बल दिया। मौके पर जिले के लंबित पेंशन प्रकरणों को भी जल्द से जल्द निपटाने कलेक्टर ने कहा है। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती नम्रता गांधी, अपर कलेक्टर दिलीप अग्रवाल सहित जिला स्तरीय अन्य अधिकारी मौजूद रहे।