मां-बाप व परिजनों को ढूंढने में जुटी पुलिस
बिलासपुर : छत्तीसगड़ में बिलासपुर जिले के रतनपुर क्षेत्र में नवजात शिशु के लावारिस हालत में मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई है। दरअसल, मंगलवार को भैरव जयंती के मौके पर भैरव बाबा मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी थी। इसी दौरान भैरो बाबा मंदिर के पीछे दुल्हरा तालाब के पास झाडय़िों से किसी बच्चे की रोने की आवाज सुनाई दी।
लिहाजा, झाडय़िों के पास जाकर देखा तो वहां लावारिस हालत में पड़ा एक नवजात शिशु रो रहा था। उसके आसपास कोई भी मौजूद नहीं था। लोगों को संदेह हुआ कि किसी ने बच्चे को झाडिय़ों में छोड़ दिया है।
खतरे से बाहर बच्चा |
इसके बाद लोगों ने तत्काल इसकी सूचना रतनपुर पुलिस को दी। पुलिस के मौके पर पहुंचने पर बच्चे को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रतनपुर में भर्ती कराया गया। डॉक्टर द्वारा प्राथमिक जांच के बाद बताया कि नवजात शिशु लड़का है। उसका स्वास्थ्य खतरे से बाहर है। जिला अस्पताल के चाइल्ड केयर वार्ड में रखा गया नवजात पुलिस शाम को रतनपुर की डायल 112 को फोन से लखनी देवी मंदिर के पीछे दुलहरा तालाब के किनारे झाडिय़ों में जीवित नवजात के पड़े होने की सूचना मिली। दो तीन दिन पहले के नवजात को किसी ने वहां पर लावारिस छोड़ दिया था। पुलिस ने बच्चे को झाडय़िों से सुरक्षित निकाला और रतनपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंची। यहां डॉक्टर ने उसकी जांच की और स्वस्थ बताया। उसे अब जिला अस्पताल के चाइल्ड केयर वार्ड में रखा गया है। रतनपुर टीआई कृष्णा पाटले, एसआई अशोक सिंह, कांस्टेबल शारदा कतलम व रामकुमार चौहान की भूमिका रही। |
जांच में जुटी पुलिस
फिलहाल, पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। साथ ही बच्चे के मां-बाप व परिजनों को ढूंढने में जुट गई है। पुलिस द्वारा आसपास के क्षेत्रों में पता लगाया जा रहा है कि झाडय़िों में मिला बच्चा किसका है।
भैरव जयंती पर बच्चे मिलना बाबा का आशार्वाद है
डॉक्टरों के मुताबिक नवजात की उम्र करीब 5 से 6 दिन की है। इस नवजात शिशु को इस तरह से झाडय़िों में कौन रखकर गया यह पता लगाया जा रहा है। बहरहाल, अगर समय पर लोग झाडिय़ों के पास नहीं पहुंचते तो फिर बच्चे की स्थिति बिगड़ भी सकती थी। भैरव जयंती के दिन बच्चे के इस तरह झाडि़य़ों में मिलने को लोग चमत्कार और भैरव बाबा का आशीर्वाद बता रहे हैं।