इंडिया रिपोर्टर लाइव
लखनऊ 28 नवंबर 2021 । यूपीटीईटी पेपर लीक मामले में अब तक कुल 23 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. इनमें लखनऊ से 4, शामली से 3, अयोध्या से 2, कौशांबी से 1, प्रयागराज से 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पुलिस कड़ी पूछताछ कर रही है. उम्मीद जताई जा रही है कि पूछताछ में कई सुराग निकलकर सामने आएंगे.
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर लखनऊ प्रशांत कुमार ने कहा कि शनिवार देर रात हम लोगों ने 23 लोगों को गिरफ्तार किया, जिसमें से 4 लोग लखनऊ से, 3 मेरठ से, दो लोग गोरखपुर और वाराणसी से, एक कौशांबी से और 13 लोग प्रयागराज से पकड़े गए हैं. इन लोगों को एसटीएफ की टीम ने पकड़ा है. यूपीटीईटी परीक्षा दो पालियों में आयोजित होनी थी. 736 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे.
उन्होंने कहा कि जो भी परीक्षार्थी परीक्षा देने आए थे, वह अपने गंतव्य को अपना एडमिट कार्ड यूपीएसआरटीसी परिवहन सेवा को दिखाकर फ्री में जा सकते हैं, उनको टिकट नहीं लेना होगा. हम लोगों ने निश्चित किया है कि एक महीने में फिर परीक्षा कराएंगे. परीक्षार्थियों को न ही फॉर्म भरना होगा और न ही कोई फीस देनी होगी, परीक्षा क सारा व्यय सरकार उठाएगी.
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों के पास से फोटोकॉपी मिली. हम लोगों ने फोटोकॉपी शासन से शेयर की तो पता चला यह वही प्रश्न पत्र है, जो परीक्षा में आने वाले हैं. इसके बाद शासन ने निर्णय किया कि परीक्षा को स्थगित किया जाएगा और परीक्षा स्थगित कर दी गई. पूरे प्रकरण की जांच एसटीएफ द्वारा की जाएगी. इसमें जो भी व्यक्ति या संस्था शामिल है, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा.
मेरठ से इन आरोपियों को किया गया गिरफ्तार
पेपर लीक होने के बाद टीईटी की परीक्षा रद्द किए जाने के मामले में मेरठ एसटीएफ ने तीन लोगों को शामली से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने मामले को लेकर उनसे पूछताछ शुरू कर दी है. पुलिस ने जिन तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें मनीष, रवि और धर्मेन्द्र शामिल हैं.
रविवार सुबह पेपर के साथ कोतवाली शामली से गिरफ्तार ये तीन लोग अभ्यर्थियों को पेपर देने जा रहे थे. इस मामले में पूछताछ की जा रही है. इनमें मनीष मुख्य आरोपी बताया जा रहा है.