
इंडिया रिपोर्टर लाइव
तमिलनाडु 09 दिसम्बर 2021 । केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज लोकसभा ने जानकारी दी कि हेलीकॉप्टर दुर्घटना की जांच एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ( ट्रेनिंग कमांड) एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह करेंगे। बुधवार को ही जांच टीम वेलिंगटन पहुंच गई है और जांच शुरू कर दी है। इस हेलीकॉप्टर हादसे में भारत के पहले सीडीएस जनरल विपिन रावत और उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की मौत हो गई थी। आइए जानते हैं कौन हैं एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह और क्या है इनकी उपलब्धि…
एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह को 29 दिसंबर 1982 को हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में भारतीय वायु सेना की फ्लाइंग ब्रांच में शामिल किया गया था। इसके बाद उन्हें कई अहम जिम्मेदारियां दी गई थीं। एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह ने इसी साल एक फरवरी को भारतीय वायु सेना की दक्षिणी वायु कमान के प्रमुख का कार्यभार संभाला था इसके बाद सितंबर में उन्हें एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ( ट्रेनिंग कमांड) की जिम्मेदारी दी गई थी। अब हेलीकॉप्टर हादसे की जांच सौंपी गई है।
तमिलनाडु में बुधवार को एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और 12 अन्य लोगों की मौत हो गई. वहीं, आज हेलिकॉप्टर दुर्घटना के सभी पीड़ितों के लिए संसद के दोनों सदनों ने दो मिनट का मौन रखा. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दोनों सदनों को दुर्घटना की जानकारी दी और बताया कि एकमात्र जीवित बचे हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है. उनका वेलिंगटन के मिलिट्री हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है.
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारतीय वायुसेनाद्वारा एक ट्राई सर्विस टीम द्वारा जांच का आदेश दिया गया है और इसकी अध्यक्षता एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ ट्रेनिंग कमांड एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह करेंगे. राजनाथ सिंह ने कहा, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा. मैं, सम्मानित सदन की ओर से, मृतक व्यक्तियों को श्रद्धांजलि देता हूं और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. उन्होंने कहा कि वह बेहद ही भारी मन से ये दुखद जानकारी दे रहे हैं.
हेलीकॉप्टर पायलट हैं एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह
वहीं, भारतीय वायुसेना के अधिकारियों ने बताया कि एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह कल दुर्घटनाग्रस्त हुए भारतीय वायुसेना के एमआई-17 की त्रि-सेवा जांच का नेतृत्व कर रहे हैं. मानवेंद्र सिंह भारतीय वायुसेना के ट्रेनिंग कमांड के कमांडर हैं और खुद एक हेलीकॉप्टर पायलट हैं. गौरतलब है कि जनरल रावत बुधवार दोपहर डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के शिक्षकों और छात्रों को संबोधित करने के लिए वेलिंगटन के लिए उड़ान भर रहे थे, तभी वायुसेना का हेलिकॉप्टर पहाड़ियों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस खबर की जानकारी सामने आते ही देशभर में शोक की लहर दौड़ गई. घटनास्थल पर तुरंत बचाव दल को भेजा गया.
लैंडिंग से सात मिनट पहले टूटा संपर्क
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वायुसेना के Mi 17 V 5 हेलीकॉप्टर ने कल सुबह 11:48 बजे सुलूर एयरबेस से उड़ान भरी और दोपहर 12:15 बजे तक इसके वेलिंगटन में उतरने की उम्मीद थी. लेकिन सुलूर एयरबेस पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल का हेलीकॉप्टर से दोपहर करीब 12:08 बजे संपर्क टूट गया. उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों ने कुन्नूर के पास जंगल में आग देखी और मौके पर पहुंचे. यहां पहुंचने पर उन्होंने आग की लपटों में एक सैन्य हेलीकॉप्टर का मलबा देखा. रक्षा मंत्री ने बताया कि मृतकों में जनरल रावत की पत्नी मधुलिका रावत, उनके रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर लखबिंदर सिंह लिद्दर, स्टाफ ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह और वायुसेना के हेलीकॉप्टर चालक दल सहित नौ अन्य सशस्त्र बल कर्मी शामिल हैं.