इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 17 अप्रैल 2022। सरकार ने अब तक 1,17,400 आयुष्मान भारत-हेल्थ वेलनेस केंद्र स्थापित किए हैं, दिसंबर 2022 तक इनकी संख्या 1.58 लाख पहुंचा दी जाएगी। इनमें से 1 लाख से ज्यादा केंद्र ई-संजीवनी पोर्टल से जोड़े गए हैं। इससे लोगों को बड़े स्तर पर टेली कंसल्टेशन देना संभव हुआ है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शनिवार को इन केंद्रों की स्थापना की शुरुआत के 4 वर्ष पूरे होने पर आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी। इस कॉन्फ्रेंस से करीब 1 लाख सेंटर, विभिन्न राज्य व केंद्रशासित प्रदेश के अधिकारी व स्टाफ, स्वास्थ्यकर्मी और अस्पताल जुड़े। उन्होंने बताया कि अब ‘केवल सांकेतिक समाधान नहीं, पूर्ण समाधान’ की सोच के साथ भारत आगे बढ़ रहा है। ई-संजीवनी पोर्टल के जरिये चिकित्सा क्षेत्र में मिल रही टेली कंसल्टेशन ग्रामीण व दूर-दराज इलाकों तक लोगों को फायदा हुआ है।
अब कैंसर का समय रहते इलाज
कई सेंटर मुख, स्तन व गर्भाशय कैंसरों की स्क्रीनिंग कर रहे हैं। इससे समय रहते पता लगाने व इलाज में मदद मिल रही है। -मनसुख मांडविया, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री
कल से योग सत्र
18 से 22 अप्रैल तक योग सत्रों के साथ 17 अप्रैल को स्वास्थ्य मेले लगंेंगे। इस दौरान कैंसर, डायबिटीज आदि की स्क्रीनिंग पर जोर दिया जाएगा।
17.93 करोड़ हाइपरटेंशन के मरीजों की स्क्रीनिंग हुई
15 करोड़ लोगों की डायबिटीज स्क्रीनिंग हुई जो 30 से अधिक उम्र के थे।
गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को मदद
मांडविया ने कहा, मरीज डॉक्टरों व विशेषज्ञों से रोजाना संपर्क कर डिजिटल सेवाओं का लाभ ले रहे हैं। हर उम्र के नागरिकों से गर्भवतियों, नवजात बच्चों, किशोरों व किशोरियों और बुजुर्गों को इन सेंटरों से मदद मिल रही है।
अब अधिकतम तीस मिनट की दूरी पर सेंटर
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री भारती प्रवीण पवार ने कहा, 1.17 लाख से अधिक सेंटरों की वजह से नागरिकों से अधिकतम दूरी 30 मिनट रह गई है। इससे व्यापक स्वास्थ्य सेवाएं देना संभव हुआ।