इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 03 जून 2023। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि ब्रिक्स समूह न केवल बहुध्रुवीयता का प्रतीक है, बल्कि वैश्विक चुनौतियों से निपटने के अनेक तरीकों की अभिव्यक्ति भी है। ‘फ्रेंड्स ऑफ ब्रिक्स’ के विदेश मंत्रियों की बैठक को संबोधित करते हुए जयशंकर ने कहा, ‘‘ब्रिक्स अब विकल्प नहीं रहा, यह वैश्विक परिदृश्य की स्थापित विशेषता है।” उन्होंने कहा कि पांच देशों-ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका का समूह न केवल बहुध्रुवीयता का प्रतीक है बल्कि अंतरराष्ट्रीय चुनौतियों से निपटने के अनेक तरीकों की अभिव्यक्ति है।
जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘इसका ध्यान अधिक निष्पक्ष, समावेशी और खुले अंतरराष्ट्रीय ढांचे का निर्माण करने पर है जिसके केंद्र में सतत विकास हो।” उन्होंने कहा, ‘‘कोई छूट नहीं जाए, इसके लिए लचीली और प्रामाणिक आपूर्ति शृंखला बनाना अहम है।” जयशंकर ने कहा कि ‘फ्रेंड्स ऑफ ब्रिक्स’ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की पुरजोर वकालत करता है। भारत, सुरक्षा परिषद में सुधार के उद्देश्य से कई वर्षों से चल रहे प्रयासों में अग्रणी रहा है। जयशंकर ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लेने यहां आए हैं।