इंडिया रिपोर्टर लाइव
रोम 15 अप्रैल 2023। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को 2022-23 में भारत के रिकॉर्ड 770 बिलियन अमरीकी डालर के निर्यात पर कहा कि ” इससे भारत का उत्साह चरम पर है” और सभी निर्यातकों ने एक साथ आगे बढ़ने का आश्वासन दिया है। गोयल यहां दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश संबंधों को और बढ़ावा देने के तरीके खोजने और इस विषय में निजी क्षेत्र तथा नेताओं के साथ चर्चा करने के लिए आधिकारिक दौरे पर आए हुए हैं। वह भारत-फ्रांस कारोबारी सम्मेलन में शामिल होने के लिए पेरिस भी गए थे। उन्होंने कहा, “उत्साह बहुत अधिक है और सभी निर्यातकों ने मुझे आश्वासन दिया है कि हम और आगे बढ़ेंगे।” भारत-इटली बिजनेस समिट में इस मामले पर बोलते हुए, गोयल ने कहा कि भारत का कुल निर्यात 2022-23 में 770 बिलियन अमरीकी डालर तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष के आंकड़ों की तुलना में 14 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करता है। “यह एक सर्वकालिक उच्च रिकॉर्ड है, जो 2020-21 में 500 बिलियन अमरीकी डालर से बढ़कर 2021-22 में 676 बिलियन अमरीकी डालर हो गया है। उन्होंने कहा कि जब दुनिया अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में नरमी देख रही है, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में मंदी आ रही है लेकिन भारत ने ऐसे चुनौतीपूर्ण समय में लगभग 100 बिलियन अमरीकी डालर की और वृद्धि दर्ज करते हुए 770 बिलियन अमरीकी डालर को पार कर लिया है ।
इससे पहले उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ (ईयू) के साथ प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) में भारत किसानों और डेयरी क्षेत्र के हितों की पूरी तरह से रक्षा करेगा। वाणिज्य मंत्री ने कहा कि भारत-यूरोपीय संघ व्यापार समझौते के लिए वार्ता का शीघ्र समापन हो सके इसके लिए इटली और फ्रांस ने पूर्ण समर्थन की पेशकश की है। उन्होंने बताया कि इटली और फ्रांस में बैठकों के दौरान भारत ने दोनों क्षेत्रों में भिन्न आर्थिक परिस्थितियों और प्रति व्यक्ति आय पर जोर दिया। गोयल ने कहा कि यूरोपीय संघ के व्यवसायों को भारत जिस प्रकार के कारोबारी अवसर दे सकता है वह दुनिया में कोई और नहीं दे सकता।
उन्होंने कहा, ‘‘इसे ध्यान में रखते हुए हम एफटीए करेंगे। हम किसानों और डेयरी क्षेत्र के हितों की रक्षा करेंगे… हमने यूएई तथा ऑस्ट्रेलिया व्यापार समझौतों में भी ऐसा ही किया है।’’ भारत और यूरोपीय संघ के मुख्य वार्ताकार पांचवें दौर की वार्ता के लिए 19-23 जून तक नई दिल्ली में मुलाकात करेंगे। वाणिज्य मंत्री गोयल ने यह भी बताया कि अमेरिका की आईफोन विनिर्माता कंपनी एप्पल भारत में अपने परिचालन का लगातार विस्तार कर रही है और भारत सरकार उसके कारोबार को समर्थन देने के लिए कंपनी के संपर्क में बनी हुई है।
भारत में एप्पल की पूर्ण विनिर्माण इकाई शुरू होने संबंधी कंपनी की योजना के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में गोयल ने कहा, ‘‘एप्पल भारत में अपने परिचालन का लगातार विस्तार कर रही है। हम एप्पल के लगातार संपर्क में हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय भी उनके संपर्क में है।’’उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष एप्पल ने भारत से करीब पांच अरब डॉलर का सामान निर्यात किया। यही नहीं, कंपनी की योजना अगले चार से पांच वर्ष के भीतर अपने वैश्विक उत्पादन का 25 प्रतिशत उत्पादन भारत में करने की है।