इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 18 मई 2023। अमेरिका की एक अदालत ने 26/11 मुंबई आतंकी हमले के गुनहगार पाकिस्तानी मूल के कनाडाई कारोबारी तहव्वुर राणा को भारत प्रत्यर्पण की मंजूरी दे दी है। इस पर पड़ोसी देश को आड़े हाथ लेते हुए महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि अमेरिका की अदालत के फैसले से साफ हो गया है कि हमले में पाकिस्तान की भूमिका थी। बता दें, फिलहाल राणा लॉस एंजेलिस के फेडरल जेल में बंद हैं।
गौरतलब है, 26 नवंबर 2008 को मुंबई में भीषण आतंकी हमला हुआ था। इसमें छह अमेरिकियों सहित कुल 166 लोग मारे गए थे। इन हमलों को 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों ने अंजाम दिया था। ये हमले मुंबई के प्रतिष्ठित और महत्वपूर्ण स्थानों पर 60 घंटे से अधिक समय तक जारी रहे थे।
15 साल बाद मिली जीत
आज 15 साल बाद भारत को एक महत्वपूर्ण जीत मिली है। कैलिफोर्निया की अदालत ने राणा के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है। यह फैसला ऐसे मौके पर आया है, जब ठीक एक महीने बाद राष्ट्रपति जो बाइडन के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी पहली राजकीय यात्रा पर अमेरिका जाने वाले हैं।
16 मई को अमेरिकी अदालत ने सुनाया फैसला
यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट ऑफ कैलिफोर्निया की मजिस्ट्रेट जज जैकलीन चूलजियान ने 16 मई को 48 पेज के आदेश में कहा था कि न्यायालय ने अनुरोध के समर्थन और विरोध में प्रस्तुत सभी दस्तावेजों की समीक्षा की है और उन पर एवं सुनवाई में प्रस्तुत तर्कों पर विचार किया है। न्यायाधीश ने कहा कि अदालत का निष्कर्ष है कि राणा उन अपराधों के लिए प्रत्यर्पण योग्य है जिसमें उसके प्रत्यर्पण का अनुरोध किया गया है। आदेश बुधवार को जारी किया गया।
प्रत्यर्पण के आदेश से देश लगा सकेगा प्रतिबंध
फडणवीस ने गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हर कोई जानता था कि मुंबई में 26/11 के आतंकवादी हमलों के पीछे पाकिस्तान का हाथ था। अब राणा के भारत प्रत्यर्पण के साथ यह कानूनी रूप से सिद्ध हो जाएगा कि हमले के पीछे पाकिस्तान की भूमिका थी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को एक आतंकी राज्य के रूप में घोषित करने और साथ ही संयुक्त राष्ट्र की कई संधियों के तहत उसके खिलाफ विभिन्न प्रतिबंधों को लागू करने में मदद मिलेगी।
मोदी की तारीफ
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम ने कहा कि डेविड हेडली का बयान इस मामले में सबसे महत्वपूर्ण है। साथ ही उन्होंने मोदी सरकार की तारीफ की। फडणवीस ने कहा कि यह मोदी सरकार और एनएसए थे, जिन्होंने इन मामलों में पहल की। आज हम अब इसका परिणाम देख सकते हैं।