इंडिया रिपोर्टर लाइव
इंफाल 10 नवंबर 2023। मणिपुर संकट का समाधान करने में केंद्र सरकार की कथित विफलता के खिलाफ आठ छात्र संघों की शीर्ष संस्था नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन (एनईएसओ) ने गुरुवार को पूर्वोत्तर की राज्यों की राजधानियों में विरोध प्रदर्शन किया। ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (एएएसयू) ने गुवाहाटी में प्रदर्शन किया और मणिपुर में शांति बहाली के लिए तत्काल कार्रवाई की मांग की।
मणिपुर में पिछले छह महीने से हिंसा जारी है। एएएसयू के नेता समुज्जल भट्टाचार्य ने मीडिया से बात करते हुए कहा, यह बहुत शर्म की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर संकट पर चुप्पी साध रखी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी संकट के समाधान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर के सभी राज्य मणिपुर के लोगों को संदेश देना चाहते हैं कि वे अकेले नहीं हैं बल्कि पूरे क्षेत्र के लोग संकट की इस घड़ी में उनके साथ हैं।
वहीं, एनईएसओ के अध्यक्ष सैमुअल जिरवा ने कहा कि केंद्र सरकार मणिपुर के हालात से सही तरीके से निपटने में नाकाम रही है और लोगों के जीवन और संपत्ति, विशेषकर छात्रों के भविष्य को खतरे में डाल दिया है। उन्होंने कहा कि विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य पिछले छह महीनों से मणिपुर में जारी हिंसा को रोकने में केंद्र सरकार की अक्षमता के प्रति असंतोष व्यक्त करना है।