
इंडिया रिपोर्टर लाइव
मुंबई 20 जुलाई 2023। महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में भूस्खलन के कारण चार लोगों की मौत हो गई। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि कम से कम 100 लोगों के फंसे होने की आशंका के मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) को भूस्खलन के स्थल पर भेजा गया है। अधिकारी ने बताया कि भूस्खलन में घायल हुए 20 से अधिक लोगों को नवी मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गांव रवाना हो गए हैं। एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को रायगढ़ में भूस्खलन की घटना पर दुख व्यक्त किया, जिसमें कम से कम चार लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने मृतकों के परिवारों को पांच लाख रुपये की सहायता देने की भी घोषणा की। अधिकारी ने बताया कि भूस्खलन बुधवार रात करीब 11 बजे मुंबई से करीब 70 किलोमीटर दूर खालापुर तहसील के इरशालवाड़ी गांव में हुआ। यह गांव माथेरान और पनवेल के बीच स्थित इरशालगढ़ किले के पास स्थित है। यह किला प्रबलगढ़ का एक सहयोगी किला है। इरशालवाड़ी एक आदिवासी गांव है जहां पक्की सड़क नहीं है। मुंबई-पुणे राजमार्ग पर चौक गांव निकटतम शहर है। जिला प्रशासन ने खोज और बचाव कार्यों में मदद के लिए ट्रेकर्स समूहों से अनुरोध किया है।
30 जुलाई 2014 को पुणे जिले की अंबेगांव तहसील के मालिन गांव में हुए भूस्खलन के बाद यह महाराष्ट्र में सबसे बड़ा भूस्खलन है। भारी भूस्खलन ने लगभग 50 परिवारों वाले पूरे आदिवासी गांव को निगल लिया था। जब बचाव अभियान रोक दिया गया तो मरने वालों की अंतिम संख्या 153 थी। पुराने गाँव में स्कूल भवन के अलावा कुछ भी नहीं बचा है।

राहत और बचाव कार्य जारी
रायगढ़ के जिलाधिकारी योगेश महासे ने बताया कि घटना मध्य रात्रि की है। एक टीम, जिसमें सब डिविजनल ऑफिसर और तहसीलदार शामिल हैं, घटनास्थल पर पहुंच चुकी है। जिलाधिकारी ने बताया कि भूस्खलन जिस जगह हुआ, वहां पहुंचने के लिए दो घंटे की चढ़ाई करनी पड़ती है, जिसकी वजह से राहत और बचाव कार्य चुनौतीपूर्ण है। घटना की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी अधिकारियों को फोन कर घटना की जानकारी ली और गुरुवार सुबह वह घटनास्थल पहुंच गए। वहीं पनवेल और नवी मुंबई के सभी अस्पतालों को सूचित कर दिया गया है और उन्हें प्रभावितों को सभी जरूरी चिकित्सा सेवाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए गए हैं।
रायगढ़ में भारी बारिश का रेड अलर्ट
वहीं मौसम विभाग ने गुरुवार को रायगढ़ में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। जिला प्रशासन ने एनजीओ से अपील की है कि वह एनडीआरएफ की मदद के लिए आगे आएं ताकि जल्द से जल्द बचाव कार्य को पूरा किया जा सके। एनडीआरएफ की दो टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं। साथ ही चार एंबुलेंस भी मौके पर मौजूद हैं। हादसा जिस जगह हुआ, वहां आदिवासी लोग रहते हैं। हादसे में घटनास्थल पर पांच-छह मकान और एक स्कूल सुरक्षित बच गए। बारिश के चलते 10-12 लोग स्कूल में रुके हुए थे, जिसकी वजह से उनकी जान बच गई। वहीं पांच लोग मछली पकड़ने मोरबी बांध गए हुए थे, उनकी भी जान बच गई है।