इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 21 जनवरी 2024। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि रचनात्मकता, पारस्परिक कौशल, भावनात्मक बुद्धिमत्ता और संवेदनशीलता ऐसे गुण हैं जो मशीनों और एआई के युग में किसी व्यक्ति को प्रासंगिक एवं रोजगारपरक बनाएंगे। उन्होंने कैडेटों को इन गुणों से परिपूर्ण करने और अगली पीढ़ी का नेतृत्व करने के उद्देश्य से उनके सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करने के लिए एनसीसी की सराहना की। रक्षा मंत्री ने शनिवार को दिल्ली कैंट में राष्ट्रीय कैडेट कोर के गणतंत्र दिवस शिविर के दौरे के दौरान एनसीसी कैडेटों को संबोधित किया। प्रौद्योगिकी संचालित युग में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के उदय पर उन्होंने कहा कि समय और भविष्य की प्रगति के साथ लोग उन क्षेत्रों में करियर बनाने पर अधिक ध्यान केंद्रित करना शुरू कर देंगे, जहां पर मशीनें भी वांछित कार्य नहीं कर सकती हैं। हालांकि, भले ही मशीनें शारीरिक एवं बौद्धिक कार्य कर सकती हैं लेकिन वे रचनात्मक नहीं हो सकती हैं, वे चेतना उत्पन्न नहीं कर सकती हैं और न ही मनुष्यों की तरह पारस्परिक कौशल विकसित कर सकती हैं। ऐसी स्थिति में एनसीसी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। कार्यक्रमों के माध्यम से कैडेटों को शारीरिक, मानसिक व भावनात्मक रूप से सशक्त बनाकर देशभक्ति तथा राष्ट्रीय गौरव की भावना उत्पन्न करके उनका समग्र विकास सुनिश्चित कर रही है।
पदक और प्रशस्ति कार्ड प्रदान किए
सिंह ने इस अवसर पर एनसीसी कैडेट्स को उनके अनुकरणीय प्रदर्शन और कर्तव्य के प्रति समर्पण के लिए रक्षा मंत्री पदक तथा प्रशस्ति कार्ड प्रदान किए। इस वर्ष रक्षा मंत्री पदक कर्नाटक और गोवा निदेशालय के सीनियर अंडर ऑफिसर मक्कतिरा कल्पना कुट्टप्पा तथा जम्मू-कश्मीर व लद्दाख निदेशालय के जूनियर अंडर ऑफिसर डेचेन चुस्किट को प्रदान किए गए। रक्षा मंत्री प्रशस्ति कार्ड पूर्वोत्तर क्षेत्र निदेशालय के अंडर ऑफिसर अमर मोरंग और उत्तर प्रदेश निदेशालय के सीनियर अंडर ऑफिसर ज्योतिर्मय सिंह चौहान को दिए गए।