सेना और हथियार पर खर्च करने वाला भारत विश्व का चौथा सबसे बड़ा देश, 2023 में खर्च किए 83.6 अरब डॉलर

Indiareporter Live
शेयर करे

इंडिया रिपोर्टर लाइव

नई दिल्ली 23 अप्रैल 2024। दुनिया में सेनाओं और हथियारों पर खर्च करने के मामले में भारत चौथा बड़ा देश है। कुल 10 देशों ने सैन्य हथियारों पर बेतहाशा खर्च किया है। इसमें अमेरिका शीर्ष पर है। स्वीडन के स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सिपरी) ने सोमवार को जारी रिपोर्ट में इसका खुलासा किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया में इस वक्त हथियारों, गोला-बारूद और दूसरे सैन्य साजो-सामान पर विभिन्न देश जितना धन खर्च कर रहे हैं, उतना इससे पहले कभी नहीं हुआ।

रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2023 में सैन्य खर्च 2022 के मुकाबले 6.8 फीसदी बढ़कर 24.4 खरब डॉलर पर पहुंच गया। जबकि, 2022 में यह 22.4 खरब डॉलर था। रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2009 के बाद यह एक साल में सबसे बड़ी वृद्धि और लगातार नौवां साल है जब खर्च बढ़ा है। इस वृद्धि में जिन दस देशों का योगदान सबसे ज्यादा है, उनके सैन्य खर्च में बेतहाशा वृद्धि हुई है। 

अमेरिका शीर्ष पर तो चीन दूसरे स्थान पर
सबसे ज्यादा सैन्य खर्च करने वाले देशों में अमेरिका अब भी शीर्ष पर है। 2023 में अमेरिका ने 916 अरब डॉलर रक्षा पर खर्च किए जो दुनियाभर के कुल खर्च का 37% से भी ज्यादा है। दूसरे नंबर पर चीन है, जिसका खर्च अमेरिका से लगभग एक तिहाई है। उसने 296 अरब डॉलर खर्च किए, जो कुल खर्च का 12% है। यह 2022 से 6% ज्यादा है। इन दोनों देशों ने ही कुल खर्च में आधे का योगदान दिया।

2023 में भारत ने 83.6 अरब डॉलर खर्च किए
सैन्य खर्च के मामले में चौथा सबसे बड़ा देश भारत है जिसने 83.6 अरब डॉलर खर्च किए। 2022 के मुकाबले यह 4.2 फीसदी ज्यादा था। 2022 में जो सबसे ज्यादा खर्च करने वाले पांच देश थे, वे सभी 2023 में वैसी ही स्थिति में बने हुए हैं। इसमें तीसरे नंबर पर रूस है। इसके बाद भारत और सऊदी अरब का नंबर है। 2023 में रूस का खर्च 2022 के मुकाबले 24 फीसदी बढ़कर 109 अरब डॉलर पर पहुंच गया। 2014 में जब रूस ने क्रीमिया को यूक्रेन से अलग किया था, उसके बाद से यह 57 फीसदी की वृद्धि है। रूस अपनी जीडीपी का 5.9 फीसदी सेना पर खर्च कर रहा है।

रूस-यूक्रेन युद्ध भी प्रमुख कारण
सिपरी के शोधकर्ता लॉरेंजो स्काराजातो ने कहा, सैन्य खर्चों के बढ़ने के मुख्य कारकों में से एक तो रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध है। यूक्रेन सैन्य खर्च के मामले में आठवां सबसे बड़ा देश रहा है। उसका खर्च 51 फीसदी बढ़कर 64.8 अरब डॉलर पर पहुंच गया, जो उसकी कुल जीडीपी का 37 फीसदी है। सैन्य खर्च में सबसे बड़ी वृद्धि डेमोक्रैटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में देखी गई, जहां सरकार और विद्रोहियों के बीच युद्ध जारी है. उसका खर्च 105 फीसदी बढ़ा है।

Leave a Reply

Next Post

ताइवान में 6 घंटे में 80 भूकंप के झटके महसूस किए गए, 6.3 तक पहुंची तीव्रता

शेयर करे इंडिया रिपोर्टर लाइव नई दिल्ली 23 अप्रैल 2024। ताइवान के भूकंप प्रभावित पूर्वी काउंटी हुलिएन में सोमवार देर रात और मंगलवार सुबह दर्जनों झटके आए, लेकिन केवल मामूली क्षति की सूचना मिली और कोई हताहत नहीं हुआ और प्रमुख चिप निर्माता टीएसएमसी ने कहा कि उसने परिचालन पर […]

You May Like

कार्तिक आर्यन धर्मा प्रोडक्शंस और महावीर जैन फिल्म्स की ‘नागजिला’ में इच्छाधारी नाग के रूप में नजर आएंगे....|....'विकसित भारत केवल सपना नहीं, एक साझा राष्ट्रीय मिशन है', अमेरिका में बोलीं वित्त मंत्री....|....नई दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह के साथ सीएम विष्णुदेव साय की बैठक: नक्सल मामले पर बनी विशेष रणनीति....|....मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने साउथ सुपरस्टार महेश बाबू को भेजा समन, 27 अप्रैल को पेश होने का आदेश....|....40 साल बाद जेद्दा में पीएम मोदी की ऐतिहासिक यात्रा, भारत-सऊदी में होंगे 6 बड़े समझौते....|....पोप फ्रांसिस के निधन पर भारत में तीन दिन का राजकीय शोक, गृह मंत्रालय ने की घोषणा....|....अपने सबसे बड़े प्रोजेक्ट ‘महाभारत’ पर आमिर ने दी बड़ी अपडेट, जानें कब फ्लोर पर आएगी फिल्म....|....'शुभमन गिल में महान कप्तान बनने के सभी गुण मौजूद', राशिद खान ने गुजरात टाइटंस के कैप्टन की तारीफ की....|....एक राष्ट्र-एक चुनाव पर JPC की बैठक आज, सात घंटे चलेगी; पहला सत्र सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश के साथ....|....10 राज्यों में अगले पांच दिन तक तेज लू; पश्चिम से लेकर पूर्वोत्तर तक तूफान-बारिश के साथ गिरेंगे ओले