इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 18 सितम्बर 2023। मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि हमारा पेशा फलना-फूलना जारी रखेगा या विनाश कर लेगा, यह इस पर निर्भर करेगा कि हम अपनी सत्यनिष्ठा को बरकरार रखते हैं या नहीं। सीजेआई ने कहा कि सत्यनिष्ठा और ईमानदारी कानूनी पेशे का मूल है। आप पूरी दुनिया को मूर्ख बना सकते हैं, पर अपनी अंतरात्मा को नहीं।
मुख्य न्यायाधीश ने रविवार को कानूनी प्रणाली को मजबूती देने की दिशा में वकीलों और न्यायाधीशों के बीच सहयोग बढ़ाने के विषय पर आयोजित एक कार्यक्रम में यह बात कही। सीजेआई ने कहा, ईमानदारी किसी आंधी से नहीं, बल्कि छोटी-छोटी रियायतों और समझौतों से मिटती है, जो वकीलों और न्यायाधीशों द्वारा किए जाते हैं। मुख्य न्यायाधीश ने कहा, अंतरात्मा हर रात हमसे सवाल करती है। वकीलों को तब सम्मान मिलता है जब वे न्यायाधीशों का सम्मान करते हैं और न्यायाधीशों को तब सम्मान मिलता है जब वे वकीलों का सम्मान करते हैं और परस्पर सम्मान तब होता है जब यह एहसास होता है कि दोनों एक ही न्याय चक्र का हिस्सा हैं।