इंडिया रिपोर्टर लाइव
दुबई 10 नवंबर 2024। अगले साल पाकिस्तान में होने वाले चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर विवाद जारी है। बीसीसीआई द्वारा भारतीय टीम को पाकिस्तान भेजने से इनकार करने के बाद अब इस टूर्नामेंट के आयोजन पर संशय के बादल मंडरा रहे हैं। इसके लिए 11 नवंबर को शेड्यूल आना था और ड्राफ्ट शेड्यूल के मुताबिक टूर्नामेंट की शुरुआत 19 फरवरी को होनी थी। ऐसे में आईसीसी 11 नवंबर से टूर्नामेंट के शुरू होने तक 100 दिन का काउंटडाउन इवेंट जारी करने का मन बना रहा था। क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक, इस इवेंट को फिलहाल रद्द कर दिया गया है। इसकी सबसे बड़ी वजह भारत के टीम भेजने को माना जा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, जब तक स्थिति साफ नहीं हो जाती, तब तक के लिए इसे बढ़ा दिया गया है।
घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने क्रिकबज को बताया, ‘कार्यक्रम की पुष्टि नहीं हुई है। हम अभी भी चैंपियंस ट्रॉफी के कार्यक्रम पर मेजबान और भाग लेने वाले देशों के साथ चर्चा कर रहे हैं। एक बार पुष्टि हो जाने के बाद हम अपने माध्यमों से इसकी घोषणा करेंगे।’ दूसरे अधिकारी ने 11 नवंबर को होने वाले इवेंट को ज्यादा तवज्जो नहीं देते हुए कहा, ‘यह केवल एक ट्रॉफी टूर फ्लैग ऑफ और टूर्नामेंट/ब्रांडिंग लॉन्च था। इस पर अभी भी काम जारी रहा है। हालांकि, लाहौर के बाहरी गतिविधियों के कारण अभी इसे पुनर्निर्धारित किया जा सकता है।’
आईसीसी लाहौर शहर में खराब होते मौसम की स्थिति को भी देरी के पीछे एक कारण के रूप में बता रहा है। पाकिस्तान को 2025 चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी सौंपे जाने के बाद से दोनों पड़ोसी देशों के बीच कूटनीतिक तनाव को देखते हुए इस प्रतियोगिता में भारत की भागीदारी को लेकर चिंता बढ़ गई है। बीसीसीआई ने कथित तौर पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) को शोपीस इवेंट के लिए पाकिस्तान की यात्रा करने की भारत सरकार की अनुमति न मिलने के बारे में सूचित किया है।
भारत सरकार ने नहीं दी अनुमति
पीटीआई ने बीसीसीआई के एक सूत्र के हवाले से कहा, ‘यह आईसीसी की प्रतियोगिता है और बीसीसीआई ने वैश्विक संस्था को सूचित कर दिया है कि वह पाकिस्तान का दौरा नहीं करेगा। यह आईसीसी पर निर्भर करेगा कि वह मेजबान देश को इसके बारे में सूचित करे और फिर टूर्नामेंट के कार्यक्रम के बारे में आगे बढ़े। ईएसपीएनक्रिकइनफो की रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई को भारत सरकार से सलाह मिली है कि वह भारतीय टीम को पड़ोसी देश की यात्रा पर न भेजे। इस स्थिति में आईसीसी और पीसीबी को हाइब्रिड मॉडल पर विचार करना होगा और पाकिस्तान के अलावा एक और वेन्यू तलाश करना होगा।