इंडिया रिपोर्टर लाइव
वॉशिंगटन 09 जनवरी 2025। पाकिस्तान एक तरफ आर्थिक तंगी से जूझ रहा है और दूसरी तरफ अफगान तालिबान ने उसकी नाक में दम किया हुआ है। अब अमेरिका भी पाकिस्तान को बड़ा झटका देने की तैयारी कर रहा है। दरअसल अमेरिकी संसद में एक सांसद ने विधेयक पेश किया है, जिसमें पाकिस्तान का गैर नाटो सहयोगी का दर्जा खत्म करने का प्रस्ताव किया गया है। एक प्रभावशाली रिपब्लिकन सांसद एंडी बिग्स ने संसद में विधेयक पेश किया है। इस विधेयक में कहा गया है कि राष्ट्रपति को तब तक पाकिस्तान को गैर नाटो सहयोगी का दर्जा देने वाला प्रमाणपत्र जारी नहीं करना चाहिए, जब तक पाकिस्तान हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ सैन्य कार्रवाई जारी नहीं रखता है। विधेयक में ये भी कहा गया है कि पाकिस्तान को हक्कानी नेटवर्क को पाकिस्तान की धरती पर रहकर अपनी गतिविधियां चलाने की इजाजत नहीं देनी चाहिए। साथ ही पाकिस्तान को अफगान सरकार के साथ मिलकर हक्कानी नेटवर्क की मूवमेंट को बाधित करने के लिए भी कहा जाना चाहिए।
गैर-नाटो सहयोगी के दर्जे से पाकिस्तान ने अमेरिका से लिए अरबों डॉलर
उल्लेखनीय है कि साल 2004 में अमेरिका ने अल-कायदा और तालिबान से लड़ने के लिए पाकिस्तान को गैर नाटो सहयोगी का दर्जा दिया था। इसके तहत पाकिस्तान को अमेरिका से हथियार, हथियार बिक्री प्रक्रिया में छूट और ऋण कार्यक्रम में भी प्राथमिकता मिलती रही है। इस दर्जे के तहत पाकिस्तान, अमेरिका के आधुनिका हथियारों को भी खरीदने का पात्र है।
बीते करीब दो दशकों में अमेरिका ने इसके तहत पाकिस्तान को अरबों डॉलर की आर्थिक मदद और आधुनिक हथियार दिए हैं, लेकिन पाकिस्तान ने इस मदद का इस्तेमाल आतंकवाद से लड़ने की बजाय उसे और पोषित करने और भारत के खिलाफ इस्तेमाल किया है। जिस अल-कायदा से लड़ने के लिए पाकिस्तान को अरबों डॉलर मिले, उसी अल-कायदा का प्रमुख ओसामा बिल लादेन पाकिस्तान से ही पकड़ा गया था। यही वजह है कि पाकिस्तान का गैर-नाटो सहयोगी दर्जा खत्म करने की मांग हो रही है। एंडी बिग्स ने जनवरी 2019 में पहली बार यह विधेयक अमेरिकी संसद के निचले सदन में पेश किया था। हालांकि उसके बाद से यह विधेयक खास प्रगति नहीं कर सका और अभी तक संसद से पास नहीं हुआ है। अब एक बार फिर से एंडी बिग्सने यह विधेयक पेश किया है।
चुनाव जीतने के बाद पहली बार यूएस कैपिटल पहुंचे ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप साल 2020 में चुनाव हारने के बाद पहली बार गुरुवार को यूएस कैपिटल पहुंचे। ट्रंप ने यूएस कैपिटल में पूर्व राष्ट्रपति जिमी कार्टर को श्रद्धांजलि अर्पित की। चार साल बाद फिर से यूएस कैपिटल आने पर उन्होंने खुशी जाहिर की और कहा कि उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है। इस दौरान ट्रंप ने रिपब्लिकन सांसदों से भी बंद दरवाजों के पीछे बैठकें की। इन बैठकों में ट्रंप ने पार्टी नेताओं के साथ संसद में पार्टी की आगामी रणनीति पर चर्चा की। ट्रंप 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले हैं। ट्रंप ने पार्टी सांसदों के साथ कनाडा, पनामा, ग्रीनलैंड, कैलिफोर्निया के जंगलों में लगी आग और नॉर्थ डेकोटा बाइसन गेम को लेकर भी विमर्श किया। ट्रंप प्रशासन में रिपब्लिकन पार्टी की प्राथमिकता टैक्स में कटौती, सीमा सुरक्षा, अवैध अप्रवासियों को वापस उनके देश भेजने और तेल और गैस का उत्पादन बढ़ाने की रहेगी।