
इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 01 मई 2025। आईपीएल 2025 में 14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने शतक लगाकर तहलका मचा दिया। न सिर्फ उन्होंने शतक लगाया, बल्कि इस लीग में सबसे तेज शतक लगाने वाले भारतीय बन गए। हालांकि, इस 14 वर्षीय खिलाड़ी को अचानक मिले इतने स्टारडम और चकाचौंध से राजस्थान रॉयल्स के कोच राहुल द्रविड़ खुश नहीं हैं। उन्होंने कहा है कि इसमें बहकने की बजाय वैभव को इससे निपटने का तरीका खुद ही ढूंढ़ना पड़ेगा। द्रविड़ ने कहा कि वह वह लोगों का वैभव पर जरूरत से ज्यादा फोकस नहीं चाहते, लेकिन यह कुछ ऐसा है जिसे वह रोक नहीं सकते।
‘मुझसे सिर्फ वैभव को लेकर सवाल पूछे जा रहे हैं’
स्टार स्पोटर्स प्रेस रूम वार्ता में फैंस और मीडिया ने वैभव को लेकर सवालों की बौछार कर दी। इससे साबित होता है कि क्रिकेट जगत कुछ समय तक इस युवा प्रतिभाशाली क्रिकेटर को अकेले नहीं छोड़ने वाला। द्रविड़ ने कहा कि बिहार के इस युवा खिलाड़ी को रातोंरात मिली स्टारडम से निपटने का तरीका खुद तलाशना होगा। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि अभी कुछ समय उन पर ऐसे ही फोकस रहेगा। लोग उनके बारे में बात कर रहे हैं जिसे मैं रोक नहीं सकता। मैं यहां बातचीत के लिए आया हूं और मुझ से सिर्फ वैभव के बारे में सवाल पूछे जा रहे हैं।
‘वैभव के लिए आगे का सफर चुनौतीपूर्ण होगा’
उन्होंने कहा, ‘वैभव के लिए यह चुनौतीपूर्ण होगा, लेकिन रोमांचक भी। मैं कहना चाहता हूं कि उन पर इतना ज्यादा फोकस नहीं करें, लेकिन मुझे पता है कि ऐसा होगा नहीं। हमें पता है कि उन्हें चकाचौंध मिलेगी और इसलिए इससे निपटने में उनकी मदद कर रहे हैं। भारत में क्रिकेटर होने का यह हिस्सा है। इससे बच नहीं सकते।’ ऋषभ पंत, शुभमन गिल, पृथ्वी शॉ, यशस्वी जायसवाल जैसे कई युवा खिलाड़ी तैयार कर चुके भारत के पूर्व अंडर 19 कोच ने यह भी बताया कि 14 वर्षीय वैभव क्यों खास हैं।
द्रविड़ की नजरों में इस वजह से खास हैं वैभव
उन्होंने कहा, ‘इस तरह निर्भीक होकर खेलना और हालात का दबाव नहीं लेना खास है। इतनी कम उम्र में ऐसा देखने को नहीं मिलता। उनके पास इतने बेहतरीन शॉट्स भी हैं। वह अभी और निखरेंगे। अब टीमें उनके खिलाफ तैयारी के साथ उतरेंगी।’ बातचीत के दौरान वैभव की एक वीडियो क्लिप भी दिखाई गई जिसमें उन्होंने द्रविड़ की तारीफ की है, लेकिन द्रविड़ ने उनकी कामयाबी का श्रेय लेने से इनकार किया। उन्होंने कहा, ‘पूरा श्रेय वैभव को जाता है। इसका श्रेय मैं लूं तो यह गलत होगा। वैभव के पिता ने काफी सहयोग किया और राजस्थान रॉयल्स में कई लोग उनके साथ हैं।