
इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 27 मार्च 2021। देश में कोरोना वायरस के रोजाना सामने आने वाले मामलों में पिछले कुछ दिनों में फिर से तेजी देखी गई है। कई तरह की पाबंदियां भी लगाई जाने लगी हैं। ऐसे में सवाल उठने लगा है कि क्या आने वाले दिनों में फ्लाइट्स सर्विसेज पर भी कोई बड़ा असर पड़ेगा या नहीं। नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शनिवार को इसका जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के बीच उड़ान सेवाओं में कटौती करने की कोई योजना नहीं है। हालांकि, तेज बढ़ोतरी की वजह से एक अप्रैल से फिर से सभी सेवाओं को शुरू करने की योजना को रोक दिया गया है।
केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने एएनआई को बताया, ”कटौती (फ्लाइट सर्विसेज) करने का कोई इरादा नहीं है। डॉमेस्टिक फ्लाइट्स को पिछले साल मार्च में रोक दिया गया था, जिसके बाद 25 मई को फिर से शुरू कर दी गईं। हम आगे भी बाकी बंद पड़ी हुई सेवाओं को शुरू करते रहे। हमारा इरादा एक अप्रैल से पूरे 100 फीसदी शुरू करने का था। अभी 80 फीसदी सर्विसेज चालू हैं। कोविड की दूसरी लहर की वजह से हम 100 फीसदी शुरुआत नहीं कर रहे हैं।”
पुरी ने कहा कि संक्रमण की दूसरी लहर की जांच के दौरान जो पैसेंजर्स कोरोना प्रोटोकॉल्स का पालन नहीं कर रहे हैं, उनके लिए हमने एयरपोर्ट अधिकारियों को ब्लैकलिस्ट करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा, “मैंने एयरपोर्ट्स और एयरलाइंस कंपनियों को बताया है कि जो पैसेंजर्स मास्क या फिर सोशल डिस्टेंसिंग उपायों का पालन नहीं करते हैं, उन्हें नो फ्लायर लिस्ट में डाल दिया जाए।”
एयर इंडिया के प्राइवेटाइजेशन पर क्या बोले पुरी?
सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया के निजीकरण पर टिप्पणी करते हुए हरदीप पुरी ने कहा कि प्रक्रिया मई के अंत तक पूरी होने की संभावना है। उन्होंने कहा, ”सोमवार को एक बैठक में, यह निर्णय लिया गया कि सरकार 64 दिनों के भीतर वित्तीय बोलियों को बंद कर देगी। इसमें कई बोली लगाने वाले थे और कुछ को शॉर्टलिस्ट किया गया है।” उन्होंने आगे बताया कि पवन हंस विनिवेश जैसे अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू) भी प्रक्रिया में हैं। उन्होंने कहा कि एयरलाइन अभी भी 60 हजार करोड़ के कर्ज में है