
इंडिया रिपोर्टर लाइव
भुवनेश्वर/काठमांडू 02 मई 2025। भुवनेश्वर के कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (केआईआईटी) में एक और नेपाली छात्रा की मौत के बाद बवाल मच गया है। ढाई महीने में दूसरी छात्रा की मौत पर नेपाल सरकार ने भी चिंता जताई है। नेपाल सरकार ने छात्रा की मौत की जांच के लिए कूटनीतिक पहल की है। नेपाल सरकार ने कहा कि मामले की जांच भारत के साथ मिलकर करेंगे। इससे पहले 16 फरवरी 2025 को इसी संस्थान की एक अन्य नेपाली छात्रा प्रकृति लामसाल ने आत्महत्या कर ली थी। जिसके बाद संस्थान में अशांति फैल गई थी। नेपाल की विदेश मंत्री आरजू राणा देउबा ने एक्स पर लिखा कि भारत के ओडिशा में कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (केआईआईटी) में पढ़ने वाली एक नेपाली छात्रा प्रिसा साह की अपने छात्रावास के कमरे में मृत पाए जाने की घटना ने हमें दुखी कर दिया है। मैं प्रिसा की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करती हूं और इस दुख की घड़ी में उनके परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं। घटना के तुरंत बाद विदेश मंत्रालय ने भारत सरकार, ओडिशा सरकार और दिल्ली में नेपाली दूतावास के उच्च पदस्थ अधिकारियों के जरिये घटना की सच्चाई की जांच के लिए कूटनीतिक पहल शुरू की है।
भारत में नेपाल के राजदूत शंकर पी शर्मा ने कहा कि दूतावास के अधिकारी गहन जांच के लिए विदेश मंत्रालय, ओडिशा सरकार, पुलिस और विश्वविद्यालय के साथ समन्वय कर रहे हैं। उन्होंने एक्स पर लिखा कि ओडिशा के KIIT के छात्रावास के कमरे में नेपाली छात्रा प्रिसा साह की मौत से बहुत दुख हुआ। उनके परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना। ईश्वर से प्रार्थना है कि उनकी आत्मा को शांति मिले। हम गहन जांच के लिए विदेश मंत्रालय, ओडिशा सरकार, पुलिस और विश्वविद्यालय के साथ समन्वय कर रहे हैं।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बीटेक छात्रा का शव संस्थान के महिला छात्रावास के कमरा नंबर 111 से बरामद किया गया। उन्होंने बताया कि वह कंप्यूटर साइंस की छात्रा थी और बीटेक की पढ़ाई कर रही थी। भुवनेश्वर के पुलिस आयुक्त एस देवदत्त सिंह ने बताया कि लड़की कैंपस में अपने छात्रावास के कमरे में मृत पाई गई, संदेह है कि उसने आत्महत्या की है। आत्महत्या के पीछे क्या कारण हो सकते हैं, यह अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। मृतका के माता-पिता शुक्रवार को भुवनेश्वर पहुंचेंगे और उसके बाद शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा।
महिला छात्रावास का दौरा करने के दौरान पुलिस आयुक्त ने कहा कि अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज कर लिया गया है। नया मामला उसी छात्रावास और उसी मंजिल से आया है। अफसर ने कहा कि हमें ऐसा कोई नोट नहीं मिला है, लेकिन फॉरेंसि टीम उसके कमरे की तलाशी ले रही है।ओडिशा सरकार ने घटना पर दुख व्यक्त किया है और इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है, लेकिन केआईआईटी ने अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है।
प्रकृति लामसाल ने कैंपस में कर ली थी आत्महत्या
केआईआईटी से बीटेक की तीसरे साल की छात्रा प्रकृति लामसाल (20) का कैंपस में ही स्थित हॉस्टल में शव मिला था। बताया जाता है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इसके बाद प्रकृति के माता-पिता को उसके निधन की जानकारी दी और उसकी मौत को आत्महत्या बताया। इस घटना के बाद यूनिवर्सिटी में तनाव की स्थिति पैदा हो गई। इसके बाद नेपाली छात्रों ने घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन किया और न्याय की मांग की। प्रदर्शन से कथित तौर पर नाराज केआईआईटी प्रबंधन ने करीब 1,000 नेपाली छात्रों को निलंबन नोटिस जारी कर सोमवार को परिसर छोड़ने को कहा था।
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस पर चिंता जाहिर की थी और भारत सरकार से दखल देने की मांग की थी। ओडिशा सरकार ने बाद में मामले की जांच के लिए गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति बनाई थी। एनएचआरसी ने भी घटना की जांच की। नेपाली छात्रों पर हमला करने के आरोप में कम से कम 10 विवि कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया था और एक भारतीय छात्र को नेपाली लड़की को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में जेल भेजा गया था।