
इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 14 मई 2025। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने एक बार फिर ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान को दिए गए जवाब की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि हमने इस कार्रवाई में जो हासिल किया वह साफ है कि हम आतंकवाद बर्दाश्त नहीं करेंगे।ऑपरेशन सिंदूर से क्या हासिल करने के सवाल पर शशि थरूर ने कहा कि अगर जनरल मलिक ने मुझसे पूछा होता कि हमने क्या हासिल किया है, तो वह यही होता कि हमने आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब दिया है। हमने सभी चार दिनों में नहीं बल्कि सात मई को एक स्पष्ट संकेत दिया। उन्होंने कहा कि पहले दिन हमारी कार्रवाई नपी-तुली और सटीक थी। हमने संकेत दिया कि हम अपनी धरती पर पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमने यह बता दिया है कि एक परिपक्व और जिम्मेदार शक्ति के रूप में हम अपनी प्रतिक्रिया इतनी सावधानी से देंगे कि हम वास्तव में बहुत सटीक लक्ष्यों पर हमला करने में सक्षम होंगे। उन्होंने कहा कि मुझे लश्कर-ए-तैयबा परिसर के नीचे एक विशिष्ट इमारत के बारे में पता लगा। अतिरिक्त क्षति कम हो इसलिए हमने ऐसा समय चुना। लेकिन बहुत सारे नागरिक इन भीड़भाड़ वाले शहरों में घूम रहे थे। लेकिन हर बार जब पाकिस्तान इस तरह की हरकत करता है तो हमारी प्रतिक्रिया का स्तर बढ़ जाता है।
कांग्रेस सांसद ने बताया कि मैं केवल चार चीजों के बारे में बताना चाहता हूं। जनवरी 2016 में पठानकोट में प्रधानमंत्री ने पाकिस्तानियों को आने और जांच में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। पाकिस्तान ने अपने जासूसों को भारतीय एयरबेस में भेजा। वे वापस जाते हैं और कहते हैं कि भारतीयों ने खुद ही ऐसा किया। यह एक आखिरी बार था। इसके बाद हमने उन पर फिर कभी भरोसा नहीं किया। उन्होंने कहा कि सितंबर 2016 उरी में आतंकी हमला होता है तो जवाब में हमने पहली बार एलओसी पार की। हमने सर्जिकल स्ट्राइक में उस बेस पर हमला किया जहां से ये लोग आए थे। याद रखें करगिल और 1999 में हमने बड़ी घुसपैठ के जवाब में एलओसी पार करने के बजाय अपनी जान गंवाई थी। शशि थरूर ने कहा कि पहला हमला सितंबर 2016 में हुआ। दूसरा हमारे पास पुलवामा है। जनवरी 2019 में हमने उन्हें मारा। यहां हमने सिर्फ एलओसी पार नहीं की है, हमने अंतरराष्ट्रीय सीमा पार की है। इसके बाद तीसरा अब हमने सिर्फ नियंत्रण रेखा पार नहीं, अंतरराष्ट्रीय सीमा पार नहीं, बल्कि हमने पाकिस्तानी पंजाब के हृदयस्थल में आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया है।
उन्होंने कहा कि हमने बहावलपुर और मुरीदके जैसे आबादी वाले शहरों पर हमला किया है। हमने बहुत सावधानी से ऐसा किया। हमने नागरिक क्षति को कम किया। लेकिन कुछ लोग उसे बचा रहे हैं। तो सुन लो दोस्तों। दरवाजे अब बंद हैं। हम एक ऐसा संदेश भेज रहे हैं कि आप जितना अधिक करेंगे, हम आपके पीछे आ रहे हैं। यह एक बहुत ही शक्तिशाली संदेश है।