इंडिया रिपोर्टर लाइव
मुंबई 22 अक्टूबर 2024। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में घरानेशाही का बोलबाला है। कहीं, पिता से अलग होकर पुत्र दल बदल रहे हैं तो कहीं स्थानीय नेता चुनाव लड़ने के लिए विरोधी पार्टियों का रुख कर रहे हैं। इस आया राम-गया राम के खेल में भाजपा को सबसे ज्यादा झटका लगा है। भाजपा के दो दिग्गज नेताओं के पुत्रों ने चुनाव लड़ने के लिए यह हथकंडा अपनाया है। मंगलवार को भाजपा को पहला झटका नवी मुंबई से लगा है। वहीं, कोकण के सिंधुदुर्ग में भाजपा के बड़े नेता के पुत्र का शिवसेना में प्रवेश निश्चित हुआ है।
शरद पवार के साथ गए संदीप नाईक
नवी मुंबई में भाजपा के कद्दावर नेता व पूर्व मंत्री गणेश नाईक के पुत्र संदीप नाईक मंगलवार को शरद पवार की पार्टी एनसीपी (एसपी) में शामिल हो गए। पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर संदीप नाईक ने पहले पत्र भेजकर पार्टी के जिलाध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया और शरद पवार की एनसीपी में शामिल हो गए। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के पुत्र पूर्व सांसद निलेश राणे बुधवार को शिवसेना (शिंदेगुट) में शामिल होने की तैयारी में हैं। नीलेश राणे 2009 के लोकसभा चुनाव में सिंधुदुर्ग रत्नागिरी से कांग्रेस के सांसद बने थे, लेकिन 2014 में वे भाजपा में शामिल हो गए थे।
इसके साथ ही बताया जा रहा है कि भाजपा-शिवसेना के बंटवारे में सिंधुदुर्ग जिले की कुडाल सीट शिवसेना के कोटे में गई है। इसलिए शिवसेना में शामिल होकर कुडाल सीट से चुनाव लड़ेंगे। वहीं, भाजपा ने नारायण राणे के छोटे पुत्र विधायक नितेश राणे को इसी जिले की कणकवली सीट से दूसरी बार उम्मीदवार घोषित किया है।