मोदी सरकार ने 43 मोबाइल एप पर लगाई रोक, सुरक्षा-संप्रभुता के लिए बताया खतरा, जानें भारत ने कब-कब चीन पर किए डिजिटल स्ट्राइक

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148 दिन के भीतर 267 ऐप्स पर बैन लगाया जा चुका , ज्यादातर ऐप चाइनीज

स्नैक वीडियो समेत 43 मोबाइल ऐप्स पर प्रतिबंध

इंडिया रिपोर्टर लाइव

नई दिल्ली 24 नवंबर 2020। भारत ने 24 नवंबर को 43 और मोबाइल ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया। इससे पहले भी 3 बार में 224 मोबाइल ऐप्स पर बैन लगाए जा चुके हैं। यानी अब तक कुल 267 मोबाइल ऐप्स पर बैन लगाए जा चुके हैं जिनमें से ज्यादातर चीन के हैं।

चीन के साथ एलएसी पर जारी तनाव के बीच भारत सरकार का चाइनीज ऐप्स पर डिजिटल स्ट्राइक जारी है। अब स्नैक वीडियो समेत 43 मोबाइल ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया गया है। ये प्रतिबंध भारत की सुरक्षा, संप्रभुता और अखंडता को खतरे का हवाला देते हुए लगाए गए हैं। आइए देखते हैं इस बार किन प्रमुख ऐप्स पर प्रतिबंध लगे हैं और इससे पहले भारत ने कब-कब चाइनीज ऐप्स पर डिजिटल स्ट्राइक किए हैं।

इस बार स्नैक वीडियो, वीडेट समेत 43 पर बैन

भारत ने मंगलवार को जिन 43 मोबाइल ऐप्स पर बैन लगाया है, उनमें स्नैक वीडियो भी शामिल है। स्नैक वीडियो एक चाइनीज ऐप है जो टिकटॉक पर बैन के बाद तेजी से लोकप्रिय होकर उसकी जगह ले रहा था। इसके अलावा ताजा लिस्ट में वी डेट, ट्रूली चाइनीज, चाइना लव, चाइनीज सोशल समेत तमाम डेटिंग ऐप्स शामिल हैं। भारत अब तक 267 मोबाइल ऐप्स पर बैन लगा चुका है।

जून में सबसे पहले टिकटॉक समेत 59 ऐप्स पर लगा बैन

जून के आखिर में जब पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर भारत और चीन के बीच तनाव चरम पर था तब सबसे पहले टिकटॉक समेत 59 चाइनीज ऐप्स पर बैन की गाज गिरी थी। 30 जून को भारत ने टिकटॉक, यूसी ब्राउजर, शेयर इट, हेलो, लाइकी, वी चैट, ब्यूटी प्लस जैसे लोकप्रिय ऐप्स शामिल थे।

जुलाई में 47 ऐप्स पर लगा प्रतिबंध

जून में जब 59 मोबाइल ऐप्स पर बैन लगे तब उनसे जुड़ी कंपनियों ने उन ऐप्स के क्लोन्स बना लिए जैसे टिकटॉक का टिकटॉक लाइट, हेलो का हेलो लाइट, शेयर इट का शेयर इंट लाइट। तब सरकार ने 27 जुलाई को 47 मोबाइल ऐप्स पर बैन लगा दिया जिसमें से ज्यादातर या तो पहले से प्रतिबंधित ऐप्स के क्लोन थे या फिर उनसे मिलते-जुलते थे।

सितंबर में 118 और मोबाइल ऐप्स पर बैन

भारत ने सितंबर में 118 और मोबाइल ऐप्स पर बैन लगाया जिसमें लोकप्रिय गेमिंग ऐप पबजी भी शामिल था। पबजी वैसे तो सिंगापुर की कंपनी है लेकिन उसका सर्वर चीन में है और उसका डेटा पेइचिंग कलेक्ट करता है। यही वजह है कि पबजी भी बैन की चपेट में आया। पबजी के अलावा अलावा लिविक, वीचैट वर्क, वीचैट रीडिंग, कैरम फ्रेंड्स, कैमकार्ड जैसे ऐप्स पर बैन लगा।

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