इंडिया रिपोर्टर लाइव
पणजी 16 जनवरी 2023। विपक्षी सदस्यों ने सोमवार को गोवा विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यपाल पी एस श्रीधरन पिल्लई के अभिभाषण को बाधित करने की कोशिश की और उनसे महादयी नदी के पानी की दिशा बदलने के मुद्दे पर बयान मांगा।
बाद में मार्शलों ने विपक्षी सदस्यों को सदन से बाहर कर दिया।
बता दें कि कर्नाटक द्वारा नदी की सहायक नदियों कलसा और बंडुरी पर बांधों के निर्माण के माध्यम से महादयी नदी के पानी के मोड़ को लेकर गोवा और कर्नाटक आपस में उलझे हुए हैं। केंद्र ने हाल ही में दो बांधों के निर्माण के लिए कर्नाटक द्वारा प्रस्तुत एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) को मंजूरी दे दी है, जिस पर गोवा सरकार ने आपत्ति जताई है।
गोवा सरकार ने महादयी नदी के पानी को मोड़ने से किया इनकार
गोवा सरकार ने तर्क दिया है कि कर्नाटक महादयी नदी के पानी को मोड़ नहीं सकता है, क्योंकि यह महादयी वन्यजीव अभयारण्य से होकर गुजरता है, जो उत्तरी गोवा में नीचे की ओर स्थित है। राज्यपाल ने सोमवार को गोवा विधानसभा में जैसे ही अपना भाषण शुरू किया, कांग्रेस, गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) और आम आदमी पार्टी के सदस्य काली पोशाक पहने खड़े हो गए। विपक्ष के नेता यूरी अलेमाओ (कांग्रेस) ने मांग की कि राज्यपाल महादयी जल मुद्दे पर एक बयान दें। उन्होंने नदी की रक्षा करने में “विफल” होने के लिए मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के इस्तीफे की भी मांग की।