जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल पर आईएमए का सीएम ममता को पत्र, कहा- सुरक्षा कोई विलासिता नहीं…

Indiareporter Live
शेयर करे

इंडिया रिपोर्टर लाइव

कोलकाता 11 अक्टूबर 2024। कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ हुई भयावह घटना को लेकर आज भी देशभर में गुस्सा है। न्याय और कार्यस्थल की सुरक्षा की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टर सड़कों पर हैं। यह लोग अपनी मांगों को पूरा कराने के लिए कई दिनों से भूख हड़ताल पर हैं। ऐसे में अब इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखा है। उसने भूख हड़ताल पर बैठे जूनियर डॉक्टरों की समस्याओं का समाधान करने का आग्रह किया।  आईएमए ने कहा, ‘युवा डॉक्टरों को भूख हड़ताल शुरू किए हुए करीब एक सप्ताह हो गया है और उनकी मांग पर ‘तत्काल ध्यान’ दिए जाने की जरूरत है। हम उनकी जायज मांगों का समर्थन करते हैं।’

‘शांतिपूर्ण माहौल और सुरक्षा कोई विलासिता नहीं’
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने आगे कहा, ‘सरकार सभी मांगों को पूरा करने में पूरी तरह सक्षम है। शांतिपूर्ण माहौल और सुरक्षा कोई विलासिता नहीं है। यह एक जरूरी चीज है। हम आपसे अपील करते हैं कि आप सरकार की मुखिया होने के नाते युवा पीढ़ी के चिकित्सकों की समस्याओं को सुलझाएं। भारत की पूरी चिकित्सा बिरादरी परेशान है। मगर, भरोसा है कि आप उनकी जान बचाने में सक्षम होंगे। अगर आईएमए कोई भी मदद कर सकता है तो खुशी से करेंगे।

पहले हो चुकी हैं बैठक
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के जूनियर डॉक्टर अपनी एक सहकर्मी से कथित दुष्कर्म और उसकी हत्या की हालिया घटना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल को एक सप्ताह होने जा रहा है। इससे पहले, पश्चिम बंगाल सरकार के अधिकारियों ने डॉक्टरों की हड़ताल खत्म कराने के लिए उनके साथ बुधवार देर रात बैठक की थी। हालांकि, ये बैठक बेनतीजा रही और कोई हल नहीं निकल सका। देर रात दो घंटे तक चली बैठक के बाद प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने आरोप लगाया था कि उन्हें राज्य सरकार से मौखिक आश्वासन के अलावा कुछ भी ठोस नहीं मिला। राज्य सरकार ने स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की ‘संपूर्ण सफाई’ सुनिश्चित करने और मेडिकल कॉलेज में सुरक्षा बढ़ाने की मांगों पर लिखित निर्देश देने से इनकार कर दिया। 
यह लोग अनिश्चितकालीन अनशन पर
बता दें, आरजी कर अस्पताल के अनिकेत महतो, कोलकाता मेडिकल कॉलेज के स्निग्धा हाजरा, तनया पांजा और अनुस्तुप मुखोपाध्याय, एसएसकेएम अस्पताल के अर्नब मुखोपाध्याय, एनआरएस मेडिकल कॉलेज के पुलस्थ आचार्य और केपीसी मेडिकल कॉलेज के सायंतनी घोष हाजरा अनशन में बैठे हैं। इनका साथ देने के लिए कूचबिहार मेडिकल कॉलेज के दो अन्य जूनियर डॉक्टर भी भूख हड़ताल पर बैठे हैं। गौरतलब है, जूनियर डॉक्टरों ने बीते शुक्रवार को पूरी तरह से काम बंद करने का एलान किया था। इससे राज्य संचालित मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुईं। प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने इस बात पर जोर दिया कि पीड़िता डॉक्टर के लिए न्याय हासिल करना ही उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने स्वास्थ्य सचिव एनएस निगम को तत्काल हटाने के साथ-साथ जवाबदेही तय करने का भी आह्वान किया। 

Leave a Reply

Next Post

...ऐसे सरकारी कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाएं, मोदी सरकार ने जारी किए आर्डर

शेयर करे इंडिया रिपोर्टर लाइव नई दिल्ली 11 अक्टूबर 2024। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय सचिवों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे भ्रष्ट और प्रदर्शन में कमी वाले सरकारी कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाएं। इस संदर्भ में, उन्होंने नॉन-परफॉर्मर कर्मचारियों को रिटायर करने के लिए पेंशन नियमों (CCS) […]

You May Like

मऊ में भीषण सड़क हादसा; सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकराई बोलेरो, 3 लोगों की मौत; पांच घायल....|....इंग्लैंड से करारी शिकस्त के बाद पीसीबी का बड़ा फेरबदल, रिटायर्ड अंपायर अलीम डार को मिली चयन समिति में जगह....|....टेस्ट में पाकिस्तान की लगातार छठी हार, इंग्लैंड ने 1-0 की बढ़त बनाई, ब्रूक-रूट के बाद जैक लीच चमके....|....हरियाणा विधानसभा चुनाव में कड़वे अनुभव के बाद मायावती का एलान- अब किसी से गठबंधन नहीं करेगी बसपा....|....राहुल गांधी की टेंशन बढ़ी: महाराष्ट्र चुनाव से पहले शिंदे सरकार ने एक ही बार में OBC और SC वोटरों को लुभाने के लिए चलाए दो तीर....|....हिज्ब-उत-तहरीर को भारत सरकार ने घोषित किया आतंकी संगठन, लगाया प्रतिबंध....|....ट्रंप ने पी.एम. मोदी को बताया सबसे अच्छा इंसान, बोले मेरे दोस्त हैं....|....पाकिस्तान में बड़ा हमला, लोगों को इकट्ठा किया और फिर चलाई गोलियां, 20 लोगों की हत्या....|.......ऐसे सरकारी कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाएं, मोदी सरकार ने जारी किए आर्डर....|....जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल पर आईएमए का सीएम ममता को पत्र, कहा- सुरक्षा कोई विलासिता नहीं...