इंडिया रिपोर्टर लाइव
लखनऊ 29 अप्रैल 2023। भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं। दिल्ली के जंतर मंतर पर बृजभूषण सिंह के खिलाफ धरने पर बैठे पहलवानों ने 6 दिनों के धरने का असर हुआ है। दिल्ली पुलिस ने आखिरकार बृजभूषण शरण के खिलाफ दो FIR दर्ज कर ली हैं। अहम बात ये है कि इनमें पोक्सो एक्ट के तहत भी केस दर्ज किया है।
इससे पहले भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने पहलवानों द्वारा लगाए आरोपों पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जवाब दिया है। उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि जो आरोप लगाए हैं वो सारे बेबुनियाद हैं। उन्होंने कहा कि मुझे जनता की वजह से पद मिला है। उन्होंने सवाल पूछा कि अखाड़े में एक ही परिवार क्यों है? ये खिलाड़ियों का धरना नहीं हैं मैं तो बहाना हूं, निशाना कोई और है। सुप्रीम कोर्ट से ऊपर कोई नहीं है।
लोकसभा का पद मुझे मिला है, वो विनेश फोगाट ने नहीं दिया- बृजभूषण
उन्होंने कहा कि अगर इन पहलवानों के पुराने बयानों को सुनेंगे तो जनवरी में इन्होंने मांग की थी कि बृजभूषण शरण सिंह अपने पद से इस्तीफा दें।इस्तीफा देना कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन अपराधी बनकर के नहीं दूंगा। मैं अपराधी नहीं हूं। बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि पहले इनकी मांग थी कि एफआईआर की जाए, चलिए इनकी मांग स्वीकार हो गई और अब एफआईआर हो गई। अब ये कहते हैं कि जेल के अंदर होना चाहिए, सारे पदों से इस्तीफा देना चाहिए। तो मैं ये जो लोकसभा का पद मुझे मिला है, वो विनेश फोगाट ने नहीं दिया है बल्कि जनता ने दिया है। एक बार-नहीं बल्कि 6-6 बार दिया है, मुझे ही नहीं मेरी पत्नी को भी दिया है।
सिंह ने पूछा- एक ही परिवार और एक ही अखाड़ा क्यों?
सिंह ने कहा कि कुश्ती संघ का अध्यक्ष पद भी उन्होंने नहीं दिया है, चुनाव लड़कर जीता हूं। मैं सवाल पूछना चाहता हूं कि एक ही परिवार और एक ही अखाड़ा क्यों? हरियाणा के अन्य खिलाड़ी क्यों नहीं, हिमाचल के, महाराष्ट, कर्नाटक, तमिलनाडु के या देश के अन्य प्रांतों के खिलाड़ी क्यों नहीं है? केवल इनके साथ ही यौन उत्पीड़न क्यों होता है? हरियाणा का एक ही परिवार और एक ही अखाड़ा विरोध कर रहा है, बांकि हरियाणा का 90 फीसदी खिलाड़ी और गॉर्जियन बृजभूषण सिंह के साथ है, क्योंकि मैंने काम किया है।
मैं अपराधी नहीं हूं- बृजभूषण सिंह
इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि इस्तीफा देना कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन मैं अपराधी नहीं हूं। अगर मैं इस्तीफा देता हूं तो इसका मतलब होगा कि मैंने उनके (पहलवानों) आरोपों को स्वीकार कर लिया है। मेरा कार्यकाल लगभग समाप्त हो गया है। सरकार ने 3 सदस्यीय समिति बनाई है और चुनाव 45 दिनों में होंगे और चुनाव के बाद मेरा कार्यकाल समाप्त हो जाएगा।