
इंडिया रिपोर्टर लाइव
मुजफ्फरपुर 30 नवंबर 2024। तिरहुत प्रमंडल के मुजफ्फरपुर जिले के लोगों के लिए राहत भरी खबर है। जिले के तीन प्रमुख घाटों पर उच्चस्तरीय आरसीसी पुलों के निर्माण को मंजूरी मिल गई है। खासतौर पर गायघाट प्रखंड के मधुरपट्टी घाट पर बागमती नदी पर बनने वाला पुल बेहद अहम है, जहां एक दर्दनाक नाव हादसे में 16 स्कूली बच्चों की मौत हो गई थी। लंबे समय से इन पुलों की मांग की जा रही थी, जिसे अब सरकार ने मंजूरी दे दी है। जानकारी के मुताबिक, गायघाट के मधुरपट्टी गांव में बागमती नदी पर 180 मीटर लंबा आरसीसी पुल बनाने के लिए ₹16.20 करोड़ की स्वीकृति दी गई है। यह पुल पिछले साल 14 सितंबर को हुए नाव हादसे के बाद से लगातार चर्चा में था। हादसे के बाद से ही स्थानीय लोगों और जन प्रतिनिधियों ने पुल की मांग को लेकर आवाज बुलंद की थी। अब इस परियोजना को मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना के तहत पूरा किया जाएगा।
रतवारा-ढोली और चांदपरना घाट पर भी पुलों का निर्माण
मधुरपट्टी के अलावा, रतवारा-ढोली घाट पर 500 मीटर लंबा और ₹40.80 करोड़ की लागत से एक और उच्चस्तरीय पुल बनाया जाएगा। इसी तरह मीनापुर प्रखंड के चांदपरना घाट पर भी 300 मीटर लंबा पुल बनाया जाएगा, जिसकी अनुमानित लागत ₹35 करोड़ है। इन पुलों के निर्माण से न केवल लोगों की समस्याएं हल होंगी बल्कि सड़क संपर्क भी बेहतर होगा, जिससे विकास कार्यों को गति मिलेगी।
दशकों से की जा रही थी पुलों की मांग
डीडीसी श्रेष्ठ अनुपम ने बताया कि इन पुलों की मांग कई दशकों से की जा रही थी। खासतौर पर मधुरपट्टी घाट पर पुल बनाने की मांग नाव हादसे के बाद तेज हो गई थी। उन्होंने कहा कि इन तीनों पुलों के निर्माण के लिए राज्य ग्रामीण कार्य विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है। स्वीकृति मिलते ही निर्माण कार्य के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
91 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत
इन तीन पुलों की कुल लागत लगभग ₹91 करोड़ आएगी। प्रशासनिक मंजूरी मिलते ही निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा। डीडीसी ने कहा कि इन पुलों के निर्माण से लोगों को राहत मिलेगी और हादसों की आशंका भी कम हो जाएगी।
वहीं, इन पुलों के निर्माण से मुजफ्फरपुर जिले के कई गांवों का संपर्क सुगम होगा। बाढ़ के दौरान लोगों को आवाजाही में जो कठिनाई होती थी, वह अब दूर होगी। इन पुलों के बनने से न केवल आवागमन में सुधार होगा बल्कि स्थानीय व्यापार और विकास कार्यों को भी बढ़ावा मिलेगा। लोगों का कहना है कि पुल बनने के बाद क्षेत्र में विकास कार्यों में तेजी आएगी और हादसों की आशंका भी समाप्त हो जाएगी।