21 दिन बाद भारत लौटे बीएसएफ जवान पूर्णम शॉ, ऑपरेशन सिंदूर के बाद बैकफुट पर पाकिस्तान

शेयर करे

इंडिया रिपोर्टर लाइव

नई दिल्ली 14 मई 2025। पाकिस्तान ने 23 अप्रैल को पंजाब में अटारी सीमा पर रेंजर्स की ओर से पकड़े गए बीएसएफ जवान पूर्णम शॉ को भारत को सौंप दिया है। वाघा-अटारी बॉर्डर से उन्होंने अपने देश में कदम रखा। दरअसल, पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) को गलती से पार करने के बाद पाकिस्तानी रेंजर्स ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक जवान को पकड़ लिया था। मामला 23 अप्रैल का है। जवान की पहचान 182वीं बीएसएफ बटालियन के कॉन्स्टेबल पूर्णम कुमार शॉ के रूप में हुई थी। वह भारत-पाकिस्तान सीमा के पास खेत के पास ड्यूटी पर थे। नियमित गतिविधि के दौरान वे अनजाने में भारतीय सीमा की बाड़ को पार कर पाकिस्तानी क्षेत्र में चले गए थे, जहां उन्हें पाकिस्तान रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया था।

पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं पूर्णम
पूर्णम मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रिशरा के रहने वाले हैं। कुछ दिन पहले सैनिक की पत्नी रजनी ने पति की रिहाई को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी। रजनी ने चंडीगढ़ पहुंचकर बीएसएफ अधिकारियों से मुलाकात भी की थी।

ऐसे गलती से सीमा पार गए थे शॉ
यह घटना तब हुई, जब बीएसएफ जवान पीके शॉ 182वीं बटालियन, बॉर्डर के गेट संख्या 208/1 पर तैनात थे। वे फसल कटाई के दौरान भारतीय किसानों पर नजर रख रहे थे। बीएसएफ, किसानों की सुरक्षा भी करती है। लिहाजा तेज गर्मी के मौसम में जवान ने जब पेड़ की छांव में खड़े होने का प्रयास किया तो पाकिस्तानी रेंजर्स ने उसे हिरासत में ले लिया। उनकी सर्विस राइफल भी जब्त कर ली गई। वे कुछ समय पहले ही इस क्षेत्र में तैनात हुए थे। 

कई बार फ्लैग मीटिंग कॉल के बाद भी नहीं मान रहा था पाकिस्तान
गलती से पाकिस्तानी सीमा में प्रवेश करने वाले बीएसएफ जवान की रिहाई के लिए कई बार फ्लैग मीटिंग कॉल की गई, मगर पाकिस्तानी रेंजर्स की तरफ से कोई ठोस रिस्पांस नहीं मिल रहा था। पाकिस्तान जानबूझकर कर फ्लैग मीटिंग को तव्वजो नहीं दे रहा था। सूत्रों के मुताबिक, इसके बाद बीएसएफ के जवान की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित कराने के लिए डिप्लोमेटिक चैनल की मदद ली गई। 

रिहाई ने पाकिस्तान क्यों कर रहा था आनाकानी?
बीएसएफ के पूर्व अफसरों का कहना था कि गलती से एक दूसरे देश की सीमा में चले जाना कोई बड़ा अपराध नहीं है। पहले भी दोनों पक्षों को ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ा है। कई बार तो कुछ घंटे बाद ही और वो भी एक ही फ्लैग मीटिंग में मामला निपटा लिया जाता रहा है। इस बार पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के प्रति जो सख्त रवैया अपनाया है, उसके चलते बीएसएफ जवान की वापसी में देरी हो रही थी। हालांकि, यह बात तो साफ थी कि पाकिस्तान को देर सवेर बीएसएफ जवान की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करनी पड़ेगी। ऑपरेशन सिंदूर के बाद जिस तरह भारत ने पाकिस्तान को धूल चटाई, उससे पाकिस्तान को बीएसएफ जवान को छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। 

Leave a Reply

Next Post

भारतवंशी अनीता आनंद को मिली कनाडा विदेश मंत्रालय की कमान, जयशंकर ने दी बधाई

शेयर करे इंडिया रिपोर्टर लाइव नई दिल्ली 14 मई 2025। कनाडा की राजनीति में बड़ा बदलाव हुआ है। हाल ही में प्रधानमंत्री बने मार्क कार्नी ने अपनी नई कैबिनेट का ऐलान किया है। इस नई कैबिनेट में अनीता आनंद को  कनाडा की विदेश मंत्री नियुक्त किया गया है। उन्होंने मेलानी जोली […]

You May Like

पेरिस में आगजनी और पुलिस पर हमला; PSG के पहली बार चैंपियंस लीग का खिताब जीतने पर फैंस ने मचाया उत्पात....|....गाजा में इस्राइली सहायता केंद्र पर राहत सामग्री लेने जा रहे फलस्तीनियों पर गोलीबारी, 21 लोगों की मौत....|....चिराग पासवान के विधानसभा चुनाव लड़ने पर लोजपा रामविलास ने किया फैसला, कहा- आरक्षित सीट पर नहीं उतरेंगे....|....CDS अनिल चौहान के बयान पर सियासी जंग, कांग्रेस ने फिर की संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग....|....थाईलैंड की ओपल सुचाता ने रचा इतिहास, 107 सुंदरियों को हरा बनीं Miss World 2025....|....ट्रंप का ऐलान-भारत और अमेरिका के बीच महत्वपूर्ण व्यापार समझौता जल्द, पाकिस्तान को दी सुधरने की चेतावनी....|....सलमान खुर्शीद की दो टूक- "सीजफायर पर बकवास बंद होनी चाहिए, पहले पाकिस्तान ने फोन किया था"....|....पुल ढहने के बाद पटरी से उतरी ट्रेन, अब तक 7 लोगों की मौत और 30 घायल; बढ़ सकता है आंकड़ा....|....बारिश का कहर: मणिपुर में ऑपरेशन जल राहत-II; असम में बाढ़ से 78000 लोग प्रभावित; सिक्किम में फंसे 1500 सैलानी....|....'हेट स्पीट और सट्टेबाजी के खिलाफ कानून बनाने पर विचार', समीक्षा बैठक में बोले सीएम सिद्धारमैया