
आरबीआई का अनुमान- माइनस 9.5 रह सकती है जीडीपी
अंतिम तिमाही में जीडीपी के वृद्धि की राह पर लौटने का अनुमान
इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 12 नवंबर 2020। भारतीय रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की ग्रोथ रेट नकारात्मक रहने का अनुमान व्यक्त किया है। आरबीआई के अनुमान के मुताबिक जीडीपी की ग्रोथ रेट लगातार दूसरी तिमाही में नकारात्मक रह सकती है। इसे लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि इतिहास में पहली बार भारत ने आर्थिक मंदी में प्रवेश किया है। उन्होंने इसे लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा है कि उनके कार्यों ने भारत की मजबूती को कमजोरी में तब्दील कर दिया है।
गौरतलब है कि आरबीआई ने मौद्रिक समीक्षा को लेकर आधिकारिक आंकड़े अभी जारी नहीं किए हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने अनुमान व्यक्त किया था कि चालू वित्त वर्ष में विकास दर माइनस 9.5 फीसदी रह सकती है. इससे पहले अप्रैल से जून की पहली तिमाही के दौरान भी जीडीपी की विकास दर माइनस में रही थी।
आरबीआई गवर्नर ने जीडीपी के अंतिम तिमाही में वृद्धि की राह पर लौटने का अनुमान जताया था। उन्होंने इसके लिए कोरोना के कारण अनिश्चित स्थिति को जिम्मेदार बताया था। केंद्रीय बैंक के मुताबिक पहली तिमाही में विकास दर माइनस 23.9 फीसदी रही थी।
बता दें कि देश में कोरोना वायरस की महामारी को रोकने के लिए सरकार ने मार्च महीने के अंत में संपूर्ण लॉकडाउन लागू कर दिया था। इसका असर अर्थव्यवस्था पर साफ नजर भी आया, जब पहली तिमाही में जीडीपी की विकास दर 23.9 फीसदी माइनस में रही थी।
तब सरकार ने भी इसके लिए लॉकडाउन को ही जिम्मेदार बताते हुए सभी गतिविधियों के बंद होने का हवाला दिया था। हालांकि, जुलाई से सितंबर की तिमाही के दौरान अनलॉक शुरू हो गया था, लेकिन सभी गतिविधियों को धीरे-धीरे शुरू करने की छूट दी गई थी।