
इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 15 मई 2025। भारत की अंतरिक्ष ताकत अब सिर्फ चांद, मंगल या सौर मिशनों तक सीमित नहीं रही, अब यह देश की रणनीतिक सुरक्षा का भी सबसे बड़ा हथियार बन चुकी है। हाल ही में हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद इसरो ने एक चौंकाने वाला और गर्व से भरा खुलासा किया है—देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कम से कम 10 सैटेलाइट्स 24×7 निगरानी पर तैनात हैं। बता दें कि इससे पहले मणिपुर के इंफाल में एक दीक्षांत समारोह के दौरान इसरो प्रमुख डॉ. वी. नारायणन ने यह अहम जानकारी साझा की। उन्होंने साफ किया कि भारत अब एक “जीवंत अंतरिक्ष शक्ति” बन चुका है और 2040 तक हमारा खुद का स्पेस स्टेशन भी होगा।
डॉ. नारायणन ने बताया कि भारत की सुरक्षा रणनीति अब अंतरिक्ष तक विस्तृत हो चुकी है। आज देश के सीमावर्ती इलाकों से लेकर समुद्री तटों तक, भारतीय उपग्रह निगरानी, डेटा कलेक्शन और रियल-टाइम अलर्ट का काम कर रहे हैं। ये उपग्रह सीमाओं पर होने वाली हर हलचल पर नज़र रख रहे हैं “अगर हमें अपने देश की सुरक्षा सुनिश्चित करनी है, तो हमें अपने उपग्रहों के माध्यम से सेवा करनी होगी,” – डॉ. वी. नारायणन
समुद्री तट से लेकर पहाड़ों तक उपग्रहों की नज़र
भारत के 7,000 किलोमीटर लंबे समुद्र तट और उत्तर के संवेदनशील इलाकों की निगरानी अब केवल सुरक्षाबलों पर निर्भर नहीं रही। उपग्रह और ड्रोन टेक्नोलॉजी के सहयोग से देश की सुरक्षा पर चौबीसों घंटे नज़र रखी जा रही है।