
इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 27 मई 2025। केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को भारत के तकनीक के सफल रोलआउट की बात पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत अब सिर्फ 5G तकनीक के सफल रोलआउट और घरेलू टेलीकॉम निर्माण में ही नहीं, बल्कि 6G पेटेंट फाइल करने वाले शीर्ष छह देशों में भी शामिल हो चुका है। उन्होंने ये भी कहा कि अब सरकार डिजिटल अर्थव्यवस्था में ग्राहकों की सुरक्षा को भी प्राथमिकता दे रही है। बता दें कि यह बात केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को ‘संचार मित्र योजना’ की शुरुआत के मौके पर कही। इस योजना का उद्देश्य आम नागरिकों और टेलीकॉम सेक्टर के बीच सीधा जुड़ाव मजबूत करना है। मंत्री ने बताया कि भारत अब डिजाइन करो, हल निकालो और स्केल करो की सोच के साथ आगे बढ़ रहा है।
6G में लीडर बनने की तैयारी
केंद्रीय संचार मंत्री ने आगे कहा कि भारत ने 5G की रेस में दुनिया के साथ कदम से कदम मिलाया और अब 6G में दुनिया का नेतृत्व करेगा। भारत 6G तकनीक से जुड़े पेटेंट फाइल करने में दुनिया के अग्रणी देशों में शामिल है। उन्होंने उम्मीद जताई कि 2027 में होने वाले वर्ल्ड रेडियो कम्युनिकेशन कॉन्फ्रेंस तक भारत इस दिशा में और बड़ी उपलब्धियां हासिल करेगा।
साथ ही सैटेलाइट कम्युनिकेशन सेवाओं को लेकर पूछे गए सवाल पर सिंधिया ने कहा कि दो कंपनियों को पहले ही लाइसेंस मिल चुके हैं और एक तीसरी कंपनी भी प्रक्रिया के अंतिम चरण में है। अब यह कंपनियों पर निर्भर करता है कि वे अपनी सेवाएं कब शुरू करें। सरकार की भूमिका केवल लाइसेंस और स्पेक्ट्रम आवंटन की है।
‘कवच’ और ‘संचार साथी’ से ग्राहक सुरक्षा
संधिया ने आगेबताया कि ग्राहक सुरक्षा के लिए निजी कंपनियां कवच जैसे उपाय ला रही हैं जो ऑनलाइन धोखाधड़ी और स्पैम से बचाते हैं। वहीं डॉट का संचार साथी पोर्टल अब तक करीब 3.4 करोड़ फर्जी मोबाइल कनेक्शन बंद कर चुका है।
क्या है ‘संचार मित्र योजना’, समझिए
गौरतलब है कि नई शुरू की गई संचार मित्र योजना के तहत देशभर के छात्र-युवाओं को डिजिटल एम्बेसडर बनाया जाएगा, ताकि वे नागरिकों को टेलीकॉम क्षेत्र की नई तकनीकों और सरकारी पहलों की जानकारी दे सकें। इससे उन्हें रोजगार की तैयारी और शोध के अवसर भी मिलेंगे।