जिले में अब तक 343 वन संसाधन हक दावों की स्वीकृति
इंडिया रिपोर्टर लाइव
उत्तर बस्तर कांकेर 17 अक्टूबर 2020। जिला स्तरीय वन अधिकार मान्यता समिति की बैठक में आज 55 वन संसाधन हक के दावों का अनुमोदन किया गया है, इसके पूर्व जिले में 288 वन संसाधन हक से संबंधित मान्यता पत्रों का वितरण किया जा चुका है। इस प्रकार कांकेर जिले में अब तक 343 वन संसाधन हक की स्वीकृति दी जा चुकी है, जो छत्तीसगढ़ में सर्वाधिक है।
कलेक्टर के.एल. चौहान की अध्यक्षता में आज जिला स्तरीय वन अधिकार समिति की बैठक आयोजित की गई, जिसमें वन अधिकार समिति के सदस्य एवं जिला पंचायत अध्यक्ष हेमंत ध्रुव, जिला पंचायत एवं वन अधिकार समिति के सदस्य नरोत्तम पडोटी और श्रीमती श्यामा पट्टावी तथा वन मण्डलाधिकारी कांकेर अरविन्द पी.एम., वन मण्डलाधिकारी पश्चिम भानुप्रतापपुर आर.सी. मेश्राम और वन मंण्डलाधिकार पूर्व भानुप्रतापपुर मनीष कश्यप, आदिवासी विकास विभाग के उपायुक्त एम.एस ध्रुव की उपस्थिति थे। जिला स्तरीय समिति की बैठक में जिले के अनुविभागीय स्तरीय वन अधिकार समितियों से प्राप्त वन संसाधन हक के प्रकरणों पर विचार विमर्श कर स्वीकृति प्रदान की गई। समीक्षा के दौरान बताया गया कि जिले के वन मण्डल कांकेर में 134 और वन मण्डल पूर्व भानुप्रतापपुर में 134 तथा वन मण्डल पश्चिम भानुप्रतापपुर में अब तक 75 वन संसाधन हक के दावों का अनुमोदन किया जा चुका है। कलेक्टर श्री चौहान ने शेष प्रकरणों को भी शीघ्र निराकृत करने के लिए वन विभाग एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है।
उल्लेखनीय है कि कांकेर जिले में अब तक 05 हजार 823 सामुदायिक वन अधिकार मान्यता पत्र वितरित किये जा चुके है, इसके अलावा 27 हजार 831 व्यक्तिगत वन अधिकार मान्यता पत्रों का वितरण किया गया हैं। जिला स्तरीय वन अधिकार मान्यता समिति की आज आयोजित बैठक में 55 वन संसाधन हक के दावों को अनुमोदन किया गया, इसके पूर्व जिले में 288 वन संसाधन हक से संबंधित मान्यता पत्रों की स्वीकृति दी जा चुकी है।