इस्राइल-हमास युद्ध के बीच सुरक्षा परिषद में संघर्ष विराम के लिए प्रस्ताव पास, हमास ने किया स्वागत

Indiareporter Live
शेयर करे

इंडिया रिपोर्टर लाइव

वाशिंगटन 11 जून 2024। इस्राइल और हमास के बीच लंबे समय से युद्ध जारी है। इस बीच 10 जून को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने युद्ध समाप्त करने के उद्देश्य से संघर्ष विराम योजना का समर्थन किया और अपने पहले प्रस्ताव को मंजूरी दी। यह प्रस्ताव अमेरिका ने पेश किया था, जो 14-0 से पास हो गया। मतदान के दौरान रूस वहां उपस्थित नहीं था। 

इस्राइल और हमास के बीच लंबे समय से युद्ध जारी है। इस बीच 10 जून को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने युद्ध समाप्त करने के उद्देश्य से संघर्ष विराम योजना का समर्थन किया और अपने पहले प्रस्ताव को मंजूरी दी। यह प्रस्ताव अमेरिका ने पेश किया था, जो 14-0 से पास हो गया। मतदान के दौरान रूस वहां उपस्थित नहीं था। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि इस्राइल ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। अमेरिका ने हमास से आह्वान किया है कि वह भी प्रस्ताव को स्वीकार करे। प्रस्ताव पर अमेरिका ने कहा कि यह इस्राइल और हमास बिना किसी शर्त के प्रस्ताव की शर्तों को पूरी तरह से लागू करें। 

हमास ने प्रस्ताव का किया स्वागत
हमास ने सोमवार को प्रस्ताव किया। हमास ने कहा कि वे प्रस्ताव के सिद्धांतों को लागू करने के लिए मध्यस्थों के साथ सहयोग करने के लिए तैयार हैं। हमास ने कहा कि वह उन सिद्धांतों को लागू करने के लिए अप्रत्यक्ष बातचीत करने के लिए तैयार है, जो उनकी मांगों के अनुरूप हैं। हमास ने सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव में शामिल उन सभी बातों का स्वागत किया है, जिसमें गाजा में स्थायी युद्ध विराम, पूर्ण वापसी, कैदियों की अदला-बदली, पुनर्निर्माण, विस्थापितों को उनके निवास क्षेत्रों में वापस भेजना और आवश्यक सहायता देने सहित कई सिद्धांत शामिल हैं।सात अक्तूबर से जारी है युद्ध
गौरतलब है कि सात अक्तूबर की सुबह हमास द्वारा करीब 5000 रॉकेट इस्राइली शहरों पर दागे गए थे. जिसके बाद से दोनों पक्षों में युद्ध जारी है। इस्राइल ने इस हमले को आंतकी हमला करार दिया है। इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कमस खाई है कि वह जब तक हमास को पूर्ण रूप से खत्म नहीं कर देते, तब तक वे युद्ध विराम नहीं करेंगे। गाजा स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इस्राइली हमलों में 36,700 से अधिक फलस्तीनियों की मौत हो गई है। वहीं, 80 हजार से अधिक लोग घायल हैं। इनमें अधिकांश महिलाएं और बच्चे हैं। 80% आबादी विस्थापित हो गई है और सैकड़ों हजारों लोग भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं।

Leave a Reply

Next Post

जिरीबाम हिंसा से छह माह पहले राज्य सरकार ने डीजीपी को लिखा था पत्र, सुरक्षा बढ़ाने के दिए थे निर्देश

शेयर करे इंडिया रिपोर्टर लाइव इंफाल 11 जून 2024। मणिपुर में लंबे समय से संघर्ष जारी है। प्रदेश के जिरीबाम जिले में हुई हिंसा से छह माह पहले राज्य सरकार ने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को तीन बार पत्र लिखकर सुरक्षा बढ़ाने के लिए कहा था। राज्य सरकार ने डीजीपी को […]

You May Like

दुनिया के हालात बदलेंगे यूपी के डिफेंस सेक्टर की तस्वीर, 25 हजार करोड़ के रक्षा उत्पादों का होगा निर्यात....|....फिल्म के प्रमोशन में अक्षय कुमार ने फैंस से की अपील, बोले- ‘केसरी 2’ का ना करें अपमान, फोन रखें दूर....|....'भाजपा समाज को बांट रही, हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे', मुस्लिम धर्म गुरुओं के साथ बैठक में ममता....|....ड्रग्स का उत्पादन, वितरण और उपभोग पर कड़ी नजर, इन दवा दुकानों की सूची गृह सचिव को उपलब्ध कराने का आदेश....|...."झारखंड कल्याण की चिंता छोड़ परिवार कल्याण पर सिमटा JMM महाधिवेशन", प्रतुल शाहदेव का हमला....|....रोहित शर्मा को लेकर आई बड़ी खबर, एमसीए ने लिया बड़ा फैसला....|....यात्रा में घोड़ा-खच्चर बीमार हुए तो होंगे क्वारंटीन, कोटमा और फाटा में स्थापित किए गए सेंटर....|....'सभी याद रखें सोनिया-राहुल जमानत पर बाहर', नेशनल हेराल्ड केस में भाजपा का हमला, ममता को भी सुनाई खरी-खरी....|....नए वक्फ कानून पर सुनवाई आज; मंत्री रिजिजू बोले- भरोसा है, अदालत विधायी मामले में दखल नहीं देगी....|....'पाकिस्तान ने तालिबान पर दोहरा चरित्र अपनाया, आतंकवाद पर अपने ही जाल में फंसा', जयशंकर की खरी-खरी